नई दिल्ली : यूनियन बजट 2022 (budget 2022) में महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर सरकार गोलमोल जवाब दे रही है. एक पत्रकार की इस टिप्पणी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण थोड़ी असहज दिखीं. उन्होंने कहा कि सरकार गोलमोल जवाब नहीं दे रही है. वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई से जनता प्रभावित हो रही है, इस बात से सरकार अच्छी तरह वाकिफ है. उन्होंने कहा कि रोजगार को लेकर भी सरकार जरूरी प्रावधान कर रही है. सुनिए वित्त मंत्री का जवाब.
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इससे पहले संसद के बजट सत्र (Parliament budget session) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (budget sitharaman lok sabha) ने बजट 2022 पेश किया. वित्त वर्ष 2022-23 का बजट भाषण सबसे छोटा रहा. वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण पर उद्योगपति आनंद महिंद्रा (budget sitharaman speech mahindra) ने कहा कि यह सबसे प्रभावी (may be most impactful) साबित हो सकता है. लोक सभा में बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री ने राज्य सभा में भी बजट संबंधी कार्यवाही में भाग लिया.
संसद के बजट सत्र के दूसरे दिन वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 'पीएम गतिशक्ति' आर्थिक वृद्धि और सतत विकास की दिशा में एक परिवर्तनकारी पद्धति है जो सात इंजनों- सड़क, रेलवे, विमानपत्तन, बंदरगाह, सार्वजनिक परिवहन, जलमार्ग और लॉजिस्टिक अवसंरचना द्वारा संचालित है.
सीतारमण ने कहा कि ये सातों इंजन एक साथ मिलकर अर्थव्यवस्था को आगे ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि इन इंजनों की सहायता करने में ऊर्जा पारेषण, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) संचार, भारी मात्रा में जल एवं जल निकास तथा सामाजिक अवसंरचनाएं अपनी पूरक भूमिका अदा करती हैं. उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि इस पहल को स्वच्छ ऊर्जा और सबका प्रयास, जिसमें केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्रों का संयुक्त प्रयास शामिल है, से शक्ति मिलती है और इसके परिणाम स्वरूप व्यापक स्तर पर रोजगार सृजन हो सकता है तथा विशेष तौर पर युवाओं के लिए उद्यम के अवसरों का भी सृजन हो सकता है.