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Umesh Pal murder case : हत्याकांड में शामिल 6 शूटराें का सुराग नहीं, हमलावराें की तलाश में लगी 10 टीमें - प्रयागराज न्यूज

प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड की जांच जारी है. इस हत्याकांड में शामिल कार ड्राइवर मुठभेड़ में ढेर हाे चुका है, जबकि अन्य आराेपियाें का अभी सुराग नहीं मिल पा रहा है.

प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड की जांच जारी है
प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड की जांच जारी है
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Published : Mar 3, 2023, 2:28 PM IST

प्रयागराज : उमेश पाल हत्याकांड काे 7 दिन बीत चुके हैं. पुलिस आराेपी कार ड्राइवर काे मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है. मामले में पुलिस अभी तक मुख्य हमलावराें तक नहीं पहुंच सकी है. वारदात का सीसीटीवी फुटेज घटना के घंटे भर बाद ही सामने आ गया था. यह सोशल मीडिया पर भी वायरल हाे गया था. फुटेज में नजर आ रहे एक हमलावर का नाम भी सोशल मीडिया पर चर्चाओं में आ चुका है. पुलिस की 10 टीमें और यूपी एसटीएफ की अलग-अलग टीमें हमलावराें की तलाश में हैं. इसके बावजूद हत्याकांड में शामिल 6 शूटर अभी भी लापता हैं.

फिल्मी अंदाज में घेरकर शूटरों ने ताबड़तोड़ बम और गाेलियां बरसा कर उमेश पाल को मौत के घाट उतार दिया था. हमलावराें ने घटना को अंजाम देने से लेकर फरार होने और छिपने तक की पूरी प्लानिंग कर रखी थी. योजना के अनुसार ही हमलवारों ने सारेआम जीटी रोड पर वारदात को अंजाम दिया. वापस उसी दिशा में भागे जिधर से आए थे. वायरल सीसीटीवी फुटेज में इतना ही दिखा है. पुलिस को जिले भर के चौराहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर हमलवारों के बारे में कुछ सुराग जरूर मिला हाेगा. इसके बावजूद पुलिस हमलावराें तक नहीं पहुंच पाई.

यूपी एसटीएफ को भी नहीं मिल रहे हमलावर : अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यूपी एसटीएफ की तेज तर्रार टीम भी उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. इस पूरी घटना के बाद पुलिस और क्राइम ब्रांच की 10 टीमें भी लगी हैं. एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश खुद प्रयागराज में डेरा डालकर पूरी घटना के बारे में जानकारी ले चुके हैं. एसटीएफ की प्रयागराज लखनऊ के साथ ही गोरखपुर समेत कई जिलों की यूनिट आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.

4 सौ से ज्यादा लोगों से हो चुकी है पूछताछ : टीमें शक के आधार पर लोगों से पूछताछ करने में जुटी हुईं हैं. इस घटना का सीसीटीवी सामने आने के बाद जिन आरोपियों के चेहरे उसमें दिख रहे हैं, पुलिस ने भले ही उनके नाम को उजागर नहीं किया है, लेकिन पहचान के आधार पर ही सिर्फ प्रयागराज में ही 4 सौ से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. इसके अलावा अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस हिरासत में लिए गए तमाम लोगों को शहर न छोड़ने और थाने में हाजिरी लगाने की शर्त पर छोड़ दिया गया है.

पुलिस ने इस केस में अतीक अहमद के बेटे असद के साथ ही 2 नाबालिग बेटों के नाम लिए जाने के बाद उनके खास और करीबी दोस्तों से भी पूछताछ की है. बताया यह भी जा रहा है कि अतीक के दोनों नाबालिग बेटों को पुलिस अज्ञात स्थान पर रखकर उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस की तरफ से गुरुवार को कोर्ट में लिखित जवाब दिया है कि अतीक के दोनों नाबालिग बेटे उनके पास नहीं हैं. पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी नहीं रखा है.

सीसीटीवी में दिखने वाला एक भी आरोपी नहीं पकड़ा गया : हत्याकांड काे 6 बदमाशाें ने अंजाम दिया. फुटेज में वे नजर भी आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर सभी के वीडियो और नाम वायरल हो रहे हैं. कार से उतरकर पिस्टल से फायरिंग करने वाला शूटर असद और रायफलधारी शूटर साबिर बताया जा रहा है. इसके अलावा बाइक से पहुंचा बदमाश शूटर अरमान और बमबाजी करने वाला गुड्डू मुस्लिम बताया जा रहा है. इन चारों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर कैप लगाकर पिस्टल से फायरिंग करने वाला शूटर गुलाम बताया गया है. उमेश पाल पर सबसे पहले फायरिंग करने वाला शूटर पैदल ही मौके पर पहुंचा था. ये 6 वो शातिर अपराधी हैं जो पूरी घटना को अंजाम देते हुए सीसीटीवी में दिख रहे हैं. पुलिस और एसटीएफ खुलेआम दहशत फैलाने वाले एक भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी है.

प्रयागराज पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ में उस आरोपी को मार गिराया है जो वारदात के दौरान घटनास्थल से आरोपियों को लेकर फरार हुआ था. सीसीटीवी में वह कहीं पर दिखा भी नहीं था. इस घटना से एक सवाल यह उठता है कि वारदात के दौरान बमबाजी और फायरिंग करने में जिनका चेहरा दिख रहा है वो कानून के शिकंजे से दूर क्यों हैं.

पुलिस और सरकार का दावा आरोपी पकड़े जाएंगे : इस घटना के बाद से पुलिस के अधिकारी मीडिया के सामने कोई अपडेट नहीं दे रहे हैं. हालांकि पुलिस कमिश्नर ने ये जरूर कहा है कि सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगातार काम कर रहीं हैं. हाल ही में प्रयागराज पहुंचे केंद्रीय कानून राज्यमंत्री ने दावा किया था कि पुलिस जमीन खोदकर भी आरोपियों काे तलाश लेगी.साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसे अपराधी वारदात के बाद भागने और छिपने का इंतजाम पहले कर लेते हैं. उन्होंने यह दावा जरूर किया कि सभी आरोपियों को उनके गुनाह की सजा जरूर मिलेगी.

यह भी पढ़ें : Umesh Pal Murder में मोस्ट वांटेड असद ने देखा था वकील बनने का सपना, फिर...

प्रयागराज : उमेश पाल हत्याकांड काे 7 दिन बीत चुके हैं. पुलिस आराेपी कार ड्राइवर काे मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है. मामले में पुलिस अभी तक मुख्य हमलावराें तक नहीं पहुंच सकी है. वारदात का सीसीटीवी फुटेज घटना के घंटे भर बाद ही सामने आ गया था. यह सोशल मीडिया पर भी वायरल हाे गया था. फुटेज में नजर आ रहे एक हमलावर का नाम भी सोशल मीडिया पर चर्चाओं में आ चुका है. पुलिस की 10 टीमें और यूपी एसटीएफ की अलग-अलग टीमें हमलावराें की तलाश में हैं. इसके बावजूद हत्याकांड में शामिल 6 शूटर अभी भी लापता हैं.

फिल्मी अंदाज में घेरकर शूटरों ने ताबड़तोड़ बम और गाेलियां बरसा कर उमेश पाल को मौत के घाट उतार दिया था. हमलावराें ने घटना को अंजाम देने से लेकर फरार होने और छिपने तक की पूरी प्लानिंग कर रखी थी. योजना के अनुसार ही हमलवारों ने सारेआम जीटी रोड पर वारदात को अंजाम दिया. वापस उसी दिशा में भागे जिधर से आए थे. वायरल सीसीटीवी फुटेज में इतना ही दिखा है. पुलिस को जिले भर के चौराहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर हमलवारों के बारे में कुछ सुराग जरूर मिला हाेगा. इसके बावजूद पुलिस हमलावराें तक नहीं पहुंच पाई.

यूपी एसटीएफ को भी नहीं मिल रहे हमलावर : अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यूपी एसटीएफ की तेज तर्रार टीम भी उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. इस पूरी घटना के बाद पुलिस और क्राइम ब्रांच की 10 टीमें भी लगी हैं. एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश खुद प्रयागराज में डेरा डालकर पूरी घटना के बारे में जानकारी ले चुके हैं. एसटीएफ की प्रयागराज लखनऊ के साथ ही गोरखपुर समेत कई जिलों की यूनिट आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.

4 सौ से ज्यादा लोगों से हो चुकी है पूछताछ : टीमें शक के आधार पर लोगों से पूछताछ करने में जुटी हुईं हैं. इस घटना का सीसीटीवी सामने आने के बाद जिन आरोपियों के चेहरे उसमें दिख रहे हैं, पुलिस ने भले ही उनके नाम को उजागर नहीं किया है, लेकिन पहचान के आधार पर ही सिर्फ प्रयागराज में ही 4 सौ से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. इसके अलावा अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 50 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस हिरासत में लिए गए तमाम लोगों को शहर न छोड़ने और थाने में हाजिरी लगाने की शर्त पर छोड़ दिया गया है.

पुलिस ने इस केस में अतीक अहमद के बेटे असद के साथ ही 2 नाबालिग बेटों के नाम लिए जाने के बाद उनके खास और करीबी दोस्तों से भी पूछताछ की है. बताया यह भी जा रहा है कि अतीक के दोनों नाबालिग बेटों को पुलिस अज्ञात स्थान पर रखकर उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस की तरफ से गुरुवार को कोर्ट में लिखित जवाब दिया है कि अतीक के दोनों नाबालिग बेटे उनके पास नहीं हैं. पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी नहीं रखा है.

सीसीटीवी में दिखने वाला एक भी आरोपी नहीं पकड़ा गया : हत्याकांड काे 6 बदमाशाें ने अंजाम दिया. फुटेज में वे नजर भी आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर सभी के वीडियो और नाम वायरल हो रहे हैं. कार से उतरकर पिस्टल से फायरिंग करने वाला शूटर असद और रायफलधारी शूटर साबिर बताया जा रहा है. इसके अलावा बाइक से पहुंचा बदमाश शूटर अरमान और बमबाजी करने वाला गुड्डू मुस्लिम बताया जा रहा है. इन चारों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर कैप लगाकर पिस्टल से फायरिंग करने वाला शूटर गुलाम बताया गया है. उमेश पाल पर सबसे पहले फायरिंग करने वाला शूटर पैदल ही मौके पर पहुंचा था. ये 6 वो शातिर अपराधी हैं जो पूरी घटना को अंजाम देते हुए सीसीटीवी में दिख रहे हैं. पुलिस और एसटीएफ खुलेआम दहशत फैलाने वाले एक भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी है.

प्रयागराज पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ में उस आरोपी को मार गिराया है जो वारदात के दौरान घटनास्थल से आरोपियों को लेकर फरार हुआ था. सीसीटीवी में वह कहीं पर दिखा भी नहीं था. इस घटना से एक सवाल यह उठता है कि वारदात के दौरान बमबाजी और फायरिंग करने में जिनका चेहरा दिख रहा है वो कानून के शिकंजे से दूर क्यों हैं.

पुलिस और सरकार का दावा आरोपी पकड़े जाएंगे : इस घटना के बाद से पुलिस के अधिकारी मीडिया के सामने कोई अपडेट नहीं दे रहे हैं. हालांकि पुलिस कमिश्नर ने ये जरूर कहा है कि सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगातार काम कर रहीं हैं. हाल ही में प्रयागराज पहुंचे केंद्रीय कानून राज्यमंत्री ने दावा किया था कि पुलिस जमीन खोदकर भी आरोपियों काे तलाश लेगी.साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसे अपराधी वारदात के बाद भागने और छिपने का इंतजाम पहले कर लेते हैं. उन्होंने यह दावा जरूर किया कि सभी आरोपियों को उनके गुनाह की सजा जरूर मिलेगी.

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