गुवाहाटी : अलगाववादी यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) ने अरुणाचल प्रदेश से एक निजी तेल कंपनी के दो कर्मचारियों को अगवा कर लिया था. उनमें से एक को 102 दिनों के बाद रिहा करने के बाद दूसरे व्यक्ति को भी रिहा कर दिया गया है.
प्रणव कुमार गोगोई की रिहाई के 48 घंटे बाद बिहार के राम कुमार को रिहा किया गया है. वह तीन माह से ज्यादा से उल्फा की कैद में था. फिलहाल वह असम राइफल्स की 35वीं बटालियन की हिरासत में है.
असम राइफल्स द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि दक्षिण अरुणाचल प्रदेश में बल के एक गश्ती दल ने शनिवार को चांगलांग जिले में भारत-म्यांमा सीमा पार करते हुए एक व्यक्ति को रोका.
बयान के अनुसार, व्यक्ति की पहचान क्विप्पो ऑयल एंड गैस इंफ्रा लिमिटेड के कर्मचारी प्रणव कुमार गोगोई के रूप में हुई, जिसे उल्फा (आई) द्वारा 21 दिसंबर 2020 को अरुणाचल प्रदेश के इनाऊ से अगवा कर लिया गया था. व्यक्ति को लोंगवी में अरुणाचल प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया है.'
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गोगोई को लेकर अरुणाचल प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि 51 वर्षीय अपहृत कर्मचारी शनिवार दोपहर लोंगवी गांव में मिले और जयरामपुर पुलिस थाने में बयान दर्ज कराने के बाद, उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है. सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उन्हें उनके परिवार को सौंप दिया जाएगा.