नई दिल्ली: यूक्रेन की उप विदेश मंत्री झापरोवा ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन विदेशी मेडिकल छात्रों को उनके देश में एकीकृत राज्य योग्यता परीक्षा (Unified State Qualification Exam) की अनुमति देगा. यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद झापरोवा पहली बार तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आई थीं. अपनी यात्रा के दौरान, यूक्रेनी उप विदेश मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है. सचिव (पश्चिम) ने कहा कि भारत ने यूक्रेन को दवाएं और चिकित्सा उपकरण प्रदान किए हैं और स्कूल बसें आदि प्रदान करेगा.
उप विदेश मंत्री ने विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से भेंट की. इस दौरान दोनों देशों के हितों को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. साथ ही द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई. उप विदेश मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का एक पत्र सौंपा. उप विदेश मंत्री भारत से चिकित्सा क्षेत्र में सहयोग का अनुरोध किया. चिकित्सा उपकरणों और दवाओं के अलावा मानवीय सहायता पर चर्चा की गई.
दोनों देश अपने पारस्परिक संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में चर्चा को लेकर एक सुविधाजनक तिथि पर सहमति जताई है. बाद में यूक्रेन की उप विदेश मंत्री ने मनोहर पर्रिकर- रक्षा अध्ययन संस्थान का दौरा किया . इस बीच उन्होंने विश्व मामलों की भारतीय परिषद में अपने विचार रखे. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान, भारत के साथ एक मजबूत और घनिष्ठ संबंध बनाने की यूक्रेन की इच्छा पर जोर दिया. उनकी भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच सहयोग को और बढ़ावा मिला है.