नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों (Ukraine crisis Rahul Gandhi) को सुरक्षित बाहर निकालने से जुड़ी अपनी योजना के बारे में उन्हें एवं उनके परिवारों को अवगत कराना चाहिए. सोमवार को राहुल ने यूक्रेन में सैनिकों द्वारा कुछ भारतीय छात्रों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किए जाने से जुड़ा वीडियो भी ट्विटर पर साझा किया. उन्होंने कहा, 'ऐसी हिंसा का शिकार हो रहे भारतीय छात्रों और यह वीडियो देख रहे उनके परिवारों के साथ मेरी सहानुभूति है. किसी भी माता-पिता को इस स्थिति से नहीं गुजरना चाहिए.'
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, 'भारत सरकार को वहां से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की अपनी योजना के बारे में फंसे हुए लोगों और उनके परिवारों के साथ तत्काल ब्यौरा साझा करना चाहिए. हम अपने लोगों को इस तरह नहीं छोड़ सकते.'
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My heart goes out to the Indian students suffering such violence and their family watching these videos. No parent should go through this.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 28, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
GOI must urgently share the detailed evacuation plan with those stranded as well as their families.
We can’t abandon our own people. pic.twitter.com/MVzOPWIm8D
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बल प्रयोग के आरोप पर यूक्रेन का बयान
यूक्रेन में भारतीय छात्रों के साथ हुए बलप्रयोग और भेदभाव के आरोप पर भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा (Igor Polikha Ukraine Ambassador) ने कहा, किसी भी तरीके के भेदभाव या मारपीट के आरोप सही नहीं है. उन्होंने कहा, यूक्रेन समेत अन्य देशों को लोगों को कीव से सुरक्षित निकालने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा, पैनिक जैसे हालात में
भारत या किसी अन्य देश के नागरिकों के साथ बल प्रयोग नहीं होगा, इसकी गारंटी नहीं ली जा सकती. उन्होंने लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि डर और घबराहट का प्रसार करने से बचें. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर मौजूद सुरक्षाबल लोगों से अनुशासन बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. पैनिक न करें. कतारों में खड़े रहें.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की की वार्ता के सवाल पर उन्होंने कहा, राजदूत के रूप में उनका काम भारत का समर्थन सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि अन्य देशों में भी राजदूत यूक्रेन के लिए मदद जुटाने का प्रयास कर रहे हैं. 1947 के विभाजन का जिक्र कर उन्होंने कहा, हमें पता है भारत मानवीय संकट से भलिभांति परिचित है.
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बता दें कि यूक्रेन से भारतीय लोगों को वापस (indians evacuation from ukraine) लाने के लिए केंद्र सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है. इसके तहत एअर इंडिया के विमानों से भारतीय नागरिकों और छात्रों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है. एक अनुमान के मुताबिक यूक्रेन में लगभग 35 हजार भारतीय रहते हैं. युद्धग्रस्त इलाकों को छोड़कर लोग पोलैंड, रोमानिया और हंगरी जैसे देशों में शरण ले रहे हैं.
(इनपुट-पीटीआई-भाषा)