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शिवसेना के ठाकरे, शिंदे खेमे ने निर्वाचन आयोग को वैकल्पिक चिह्न और नाम सुझाए

उद्धव ठाकरे और शिवसेना के एकनाथ शिंदे दोनों गुटों के अधिवक्ताओं ने सोमवार को भारत के चुनाव आयोग को अपनी पसंद की पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह सौंपे.

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Published : Oct 10, 2022, 2:20 PM IST

Updated : Oct 10, 2022, 4:22 PM IST

नई दिल्ली : शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत खेमे ने निर्वाचन आयोग को अपनी ओर से तीन-तीन वैकल्पिक चिह्न और नाम औपचारिक रूप से सौंप दिए हैं. आयोग ने पार्टी का 'धनुष-बाण' चिह्न जब्त कर लिया था. आयोग के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि वैकल्पिक चिह्न और नाम दोनों खेमों ने सौंप दिये हैं. निर्वाचन आयोग अब यह पड़ताल करेगा कि क्या इन चिह्न का इस्तेमाल कोई अन्य पार्टी तो नहीं कर रही है. आयोग यह भी जांच करेगा कि क्या इन चिह्नों के इस्तेमाल पर उसने रोक को नहीं लगाई थी. दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने चुनाव आयोग के आदेश को रद्द करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया, जिसमें पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर फैसला किया गया था.

शनिवार को, निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के दोनों खेमों को तीन नवंबर को अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया. आयोग ने उनसे सोमवार तक तीन अलग-अलग नाम और इतनी ही संख्या में चिह्न बताने को कहा था. ठाकरे खेमा यह उपचुनाव लड़ रहा है. शिंदे खेमे की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी भी यह उपचुनाव लड़ रही है. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर है, ऐसे में दोनों खेमों के वैकल्पिक चिह्न और नामों पर आयोग के शीघ्र फैसला करने की संभावना है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत खेमे ने निर्वाचन आयोग को अपनी ओर से तीन-तीन वैकल्पिक चिह्न और नाम औपचारिक रूप से सौंप दिए हैं. आयोग ने पार्टी का 'धनुष-बाण' चिह्न जब्त कर लिया था. आयोग के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि वैकल्पिक चिह्न और नाम दोनों खेमों ने सौंप दिये हैं. निर्वाचन आयोग अब यह पड़ताल करेगा कि क्या इन चिह्न का इस्तेमाल कोई अन्य पार्टी तो नहीं कर रही है. आयोग यह भी जांच करेगा कि क्या इन चिह्नों के इस्तेमाल पर उसने रोक को नहीं लगाई थी. दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने चुनाव आयोग के आदेश को रद्द करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया, जिसमें पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर फैसला किया गया था.

शनिवार को, निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के दोनों खेमों को तीन नवंबर को अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित कर दिया. आयोग ने उनसे सोमवार तक तीन अलग-अलग नाम और इतनी ही संख्या में चिह्न बताने को कहा था. ठाकरे खेमा यह उपचुनाव लड़ रहा है. शिंदे खेमे की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी भी यह उपचुनाव लड़ रही है. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर है, ऐसे में दोनों खेमों के वैकल्पिक चिह्न और नामों पर आयोग के शीघ्र फैसला करने की संभावना है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Oct 10, 2022, 4:22 PM IST
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