मुंबई : भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रतिपक्ष (परिषद) प्रवीण दरेकर ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से पिछले कुछ दिनों में महा विकास अघाड़ी सरकार द्वारा लिए गए अंधाधुंध फैसलों के खिलाफ हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. राज्यपाल को लिखे एक पत्र में, दरेकर ने सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना में विद्रोह की ओर इशारा किया, जिसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा देने की पेशकश की और बाद में अपना आधिकारिक आवास 'वर्षा' खाली कर दिया.
इन परिस्थितियों में, उन्होंने एमवीए सरकार पर कई ताबड़तोड़ फैसले लेने और सरकारी संकल्प (जीआर) जारी करने का आरोप लगाया, जिसमें दावा किया गया कि केवल 48 घंटों में 160 जीआर जारी किए गए हैं. भाजपा नेता ने कहा कि करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं के नाम पर ऐसा हो रहा है, जिससे संदेह पैदा हुआ है, खासकर जब से एमवीए सरकार पिछले 30 महीनों में अनिर्णायक रही है.
दरेकर ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए राज्यपाल को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता बताई और दावा किया कि पुलिस बल और अन्य प्रमुख विभागों में तबादलों की भी योजना बनाई जा रही है. दरेकर ने राज्यपाल से अपील करते हुए कहा, 'यह हमारा विनम्र अनुरोध है कि आप महाराष्ट्र और राज्य के लोगों के व्यापक हित में तुरंत हस्तक्षेप करें और धन के इस दुरुपयोग को रोकें.'
भाजपा का पत्र तब आया जब राज्य पिछले चार दिनों से अभूतपूर्व राजनीतिक संकट की चपेट में है, जब शिवसेना के लगभग 42 विधायकों ने विद्रोह किया है, जिसने एमवीए सरकार के अस्तित्व पर ही सवालिया निशान लगा दिया है.
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