ETV Bharat / bharat

मनाली-लेह नेशनल हाइवे पर दो पर्यटकों की मौत, ऑक्सीजन की कमी बताई जा रही वजह

author img

By

Published : Jun 22, 2023, 2:23 PM IST

हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में दो पर्यटकों की मौत हो गई. मौत की वजह ऑक्सीजन की कमी बताई जा रही है. मनाली-लेह नेशनल हाइवे पर इन दिनों कई पर्यटक आ रहे हैं. जिसे देखते हुए पुलिस ने सभी लोगों से अपील ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिकल किट आदि साथ में रखने की अपील की है.

ऑक्सीजन की कमी के कारण दो पर्यटकों की मौत
ऑक्सीजन की कमी के कारण दो पर्यटकों की मौत

केलांग (लाहौल स्पीति) : मनाली-लेह नेशनल हाइवे पर दो पर्यटकों की मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण दोनों पर्यटकों की मौत हुई है. लाहौल पुलिस को फोन पर इसकी जानकारी मिली थी. जिसके बाद पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए केलांग अस्पताल भिजवा दिया है.

पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे, फिलहाल दोनों पर्यटकों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है. मृतकों की पहचान आदित्य और काबला सिंह के रूप में हुई है. 32 साल के आदित्य हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रहने वाले थे. आदित्य की मौत सरचू के पास पांग में हुई है. वहीं 48 साल के काबला सिंह जम्मू के सारिका विहार लोअर रूप नगर के रहने वाले थे. उनकी मौत जिंगजिंगबार इलाके में हुई है.

लाहौल पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 21 और 22 जून की रात को मनाली-लेह पर दो टूरिस्ट की मौत हुई है. दोनों पर्यटकों के साथ चल रहे लोगों के मुताबिक अचानक सांस लेने में दिक्कत के कारण उनकी मौत हुई है. लाहौल पुलिस ने अपील की है कि मनाली-लेह सड़क पर जा रहे पर्यटक अपने साथ ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन टेबलेट और मेडिकल किट अपने साथ रखें ताकि विपरीत परिस्थिति में मेडिकल सहायता मिलने तक इनका इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा पुलिस की ओर से कहा गया है कि इस मार्ग पर चल रहे सभी लोग लगातार कुछ-कुछ समय में पानी पीते रहें जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहे.

गौरतलब है कि लाहौल स्पीति जिला काफी ऊंचाई पर स्थित हैं. इस जिले में सालभर बर्फ देखने को मिलती है. मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग देश का सबसे ऊंचा हाइवे है, जो लाहौल स्पीति से होकर गुजरता है. मनाली और लेह के बीच कई बर्फीले दर्रे आते हैं जो 15 हजार की फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं. इन इलाकों में ऑक्सीजन की कमी होती है. बुजुर्ग और बीमार लोगों के लिए इस ऊंचाई पर दिक्कत होती है. लाहौल स्पीति एसपी मयंक चौधरी ने कहा है कि पर्यटक अपने साथ ऑक्सीजन लेकर जरूर जाएं, खासकर बुजुर्ग और सांस, बीपी आदि के मरीज ऑक्सीजन की व्यवस्था करके चलें.

एसपी लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि लाहौल-स्पीति काफी ऊंचाई पर स्थित है. यहां पर हवा में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति जिसे सांस से संबंधी कोई दिक्कत हो तो उसे यहां सांस न आने की समस्या पेश आती है और समय पर उपचार न मिलने से वह अपनी जान भी गंवा देते हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी ऑक्सीजन की कमी के कारण कुछ पर्यटकों ने अपनी जान गंवाई है. जिले के कई इलाकों में नेटवर्क भी नहीं होता जिसके कारण सूचनाएं पहुंचाना भी बहुत मुश्किल होता है और ऐसी स्थिति में मदद मिलने की संभावना भी कम हो जाती है. एसपी मयंक चौधरी ने पर्यटकों से आग्रह किया है कि अगर किसी को सांस संबंधी कोई भी समस्या है, तो जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र मुख्यत: मनाली-लेह मार्ग पर दारचा से आगे सफर ना करें.

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश: ट्रेकिंग पर गए अमेरिकी नागरिक की कार्डिएक अरेस्ट से मौत

ये भी पढ़ें: Road Accident In Kinnaur: काशंग नाला के पास सड़क हादसा, बाइक सवार विदेशी पर्यटक की मौत

केलांग (लाहौल स्पीति) : मनाली-लेह नेशनल हाइवे पर दो पर्यटकों की मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण दोनों पर्यटकों की मौत हुई है. लाहौल पुलिस को फोन पर इसकी जानकारी मिली थी. जिसके बाद पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए केलांग अस्पताल भिजवा दिया है.

पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे, फिलहाल दोनों पर्यटकों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है. मृतकों की पहचान आदित्य और काबला सिंह के रूप में हुई है. 32 साल के आदित्य हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रहने वाले थे. आदित्य की मौत सरचू के पास पांग में हुई है. वहीं 48 साल के काबला सिंह जम्मू के सारिका विहार लोअर रूप नगर के रहने वाले थे. उनकी मौत जिंगजिंगबार इलाके में हुई है.

लाहौल पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 21 और 22 जून की रात को मनाली-लेह पर दो टूरिस्ट की मौत हुई है. दोनों पर्यटकों के साथ चल रहे लोगों के मुताबिक अचानक सांस लेने में दिक्कत के कारण उनकी मौत हुई है. लाहौल पुलिस ने अपील की है कि मनाली-लेह सड़क पर जा रहे पर्यटक अपने साथ ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन टेबलेट और मेडिकल किट अपने साथ रखें ताकि विपरीत परिस्थिति में मेडिकल सहायता मिलने तक इनका इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा पुलिस की ओर से कहा गया है कि इस मार्ग पर चल रहे सभी लोग लगातार कुछ-कुछ समय में पानी पीते रहें जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहे.

गौरतलब है कि लाहौल स्पीति जिला काफी ऊंचाई पर स्थित हैं. इस जिले में सालभर बर्फ देखने को मिलती है. मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग देश का सबसे ऊंचा हाइवे है, जो लाहौल स्पीति से होकर गुजरता है. मनाली और लेह के बीच कई बर्फीले दर्रे आते हैं जो 15 हजार की फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं. इन इलाकों में ऑक्सीजन की कमी होती है. बुजुर्ग और बीमार लोगों के लिए इस ऊंचाई पर दिक्कत होती है. लाहौल स्पीति एसपी मयंक चौधरी ने कहा है कि पर्यटक अपने साथ ऑक्सीजन लेकर जरूर जाएं, खासकर बुजुर्ग और सांस, बीपी आदि के मरीज ऑक्सीजन की व्यवस्था करके चलें.

एसपी लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि लाहौल-स्पीति काफी ऊंचाई पर स्थित है. यहां पर हवा में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति जिसे सांस से संबंधी कोई दिक्कत हो तो उसे यहां सांस न आने की समस्या पेश आती है और समय पर उपचार न मिलने से वह अपनी जान भी गंवा देते हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी ऑक्सीजन की कमी के कारण कुछ पर्यटकों ने अपनी जान गंवाई है. जिले के कई इलाकों में नेटवर्क भी नहीं होता जिसके कारण सूचनाएं पहुंचाना भी बहुत मुश्किल होता है और ऐसी स्थिति में मदद मिलने की संभावना भी कम हो जाती है. एसपी मयंक चौधरी ने पर्यटकों से आग्रह किया है कि अगर किसी को सांस संबंधी कोई भी समस्या है, तो जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र मुख्यत: मनाली-लेह मार्ग पर दारचा से आगे सफर ना करें.

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश: ट्रेकिंग पर गए अमेरिकी नागरिक की कार्डिएक अरेस्ट से मौत

ये भी पढ़ें: Road Accident In Kinnaur: काशंग नाला के पास सड़क हादसा, बाइक सवार विदेशी पर्यटक की मौत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.