नई दिल्ली : सरकार के सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के बीच कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर यह पहली बैठक की गई. जिसमें दूसरी लहर के बाद पूरे भारत में पैदा हुई समग्र स्थिति पर चर्चा हुई है.
उक्त बैठक में स्वास्थ्य सचिव भूषण ने प्रमुख सचिव को बढ़ते मामलों को रोकने के लिए विभाग द्वारा अपनाए जा रहे विभिन्न कदमों की जानकारी दी है. भूषण ने देश भर में होने वाले टीकाकरण प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी. कैबिनेट सचिव गौबा के साथ दूसरी बैठक में भूषण ने टीकाकरण प्रक्रिया पर विस्तृत प्रस्तुति दी. विभिन्न राज्यों में टीकों की उपलब्धता और वितरण पर भी चर्चा हुई. बैठक में कोविड-19 वैक्सीन की कमी पर विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा दर्ज की जा रही शिकायत के बारे में भी चर्चा की गई है.
महाराष्ट्र व पंजाब में बढ़ी मौतें
सूत्रों ने कहा कि बैठक में गौबा ने जोर देकर कहा कि टीकाकरण में तेजी लाई जानी चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को टीका मिल सके. इस बीच नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के निदेशक डॉ. सुरजीत कुमार सिंह ने कहा है कि गुरुवार को भारत की सात दिनों की विकास दर (12.93 प्रतिशत) संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राजील के समकक्ष है. डॉ सिंह ने मंत्रियों के समूह को विस्तृत परिदृश्य की जानकारी देते हुए कहा कि 11 राज्य मिलकर कुल कोविड मामलों के 54 प्रतिशत और देश में कुल मौतों के 65 प्रतिशत का योगदान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 14 दिनों के दौरान महाराष्ट्र और पंजाब में मौतें बढ़ी हैं.
लापरवाही से बढ़ रहे मामले
बैठक में बताया गया कि अधिकांश मामलों की रिपोर्ट युवा आबादी (15-44 वर्ष की आयु) और बहुसंख्यक बुजुर्गों की आबादी (60 वर्ष और अधिक) के बीच किसी भी मृत्यु की रिपोर्ट नहीं की गई है. जीओएम को सूचित किया गया कि महारष्ट्र (25 प्रतिशत) और छत्तीसगढ़ (14 प्रतिशत) में उच्च परीक्षण सकारात्मकता दर देखी गई है. डॉ सिंह ने बताया कि कोविड उचित व्यवहार, दूषित क्षेत्र गतिविधियों और सामाजिक समारोहों को बढ़ाने में शिथिलता ने मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है.
स्वास्थ्य मंत्री ने की समीक्षा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मंत्री समूह की 24वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए दोहराया कि अस्पताल में कोविड बेड, आईसीयू बेड और साथ ही ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि देश ने कोविड के प्रबंधन के लिए अस्पतालो के बुनियादी ढांचे में काफी वृद्धि की गई है. देश में 2084 समर्पित कोविड अस्पताल (केंद्र 89 और राज्य 1995) को 4,68,974 कुल कोविड बेड के साथ स्थापित किया गया है. उपलब्ध बेड 2,63,573 में से आइसोलेशन के बेड 50,408 हैं. 1,54,993 ऑक्सीजन सपोर्टेड आईसीयू बेड हैं. सार्वजनिक निजी भागीदारी के साथ कुल 4043 समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किए गए हैं.
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स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी है कि देश के 149 जिलों में पिछले 7 दिनों में ताजा कोविड मामले नहीं हुए हैं. हाल ही में 8 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड के नए मामले नहीं दर्ज किए हैं और 63 जिलों ने पिछले 28 वर्षों में कोई कोविड मामले नहीं देखे हैं. GoM की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पोर्ट्स, शिपिंग और जलमार्ग राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया शामिल रहे.