इंदौर। राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र में एक झोपड़ी में अचानक से आग लग गई. आग लगने के कारण झोपड़ी में सो रही दो बच्चियां जिंदा जल (Two sleeping girls burnt alive) गईं और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच पड़ताल (Police Investigation) में जुटे हैं. जांच में पुलिस ने बुआ कामिनी को हिरासत में लिया है. ही निकली आरोपी बुआ के द्वारा ही झोपड़ी में लगाई गई थी आग, पुलिस ने बुआ कामिनी को लिया हिरासत में।
अचानक लगी झोंपड़ी में आग: इंदौर के राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र के चोइथराम मंडी के पास प्रकाश नगर में सोनू मीणा का परिवार झोपड़ी बना कर रह रहा था. परिवार मूलत: बड़वानी का है, लेकिन कामकाज की तलाश में इंदौर के प्रकाश नगर में आया हुआ था. परिवार में सोनू मीणा की दो बच्चियां 6 वर्षीय मुस्कान और 4 वर्षीय नंदू झोपड़ी में सो रही थी. वहीं सोनू की झोपड़ी के आसपास अन्य रिशरेदार भी झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. देर रात अचानक से उसमें आग लग गई, जिस समय आग लगी उस समय झोपड़ी में 6 वर्षीय मुस्कान और 4 वर्षीय नंदू भी सो रही थी. जिनकी जलने के कारण इलाज के दौरान मौत हो गई.
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बुआ ने लगाई आग: घटना के समय कुछ जानवर भी झोपड़ी में बंधे हुए थे, सम्भवत वह भी आग में झुलस गए. घटना की जानकारी जैसे ही वरिष्ठ अधिकारियों को लगी, वह भी मौके पर पहुँचे और पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गए. जांच में सामने आया कि झोपड़ी में आग लगाई गई थी. बच्चियों की बुआ का प्रेम प्रसंग चल रहा है, इसकी जानकारी फूफा कमल को लग गई. शक के आधार पर माना जा रहा था कि कमल ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है लेकिन जांच में साफ हो गया कि बुआ कामिनी ने झोंपड़ी में आग लगाई थी, पुलिस ने कामिनी को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है.