यरुशलम: वेस्ट बैंक (West Bank City) में एक शरणार्थी शिविर में मंगलवार तड़के इज़राइली बलों (The Israel Police) और हथियारों से लैस फलीस्तीनियों के बीच हुई गोलीबारी में दो फलस्तीनी मारे गए. एक इज़राइली नागरिक की गिरफ्तारी की कोशिश के दौरान यह गोलीबारी हुई. इज़राइल और फलीस्तीन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जेनिन शिविर (Jenin refugee camp) में मारे गए लोगों में से एक की पहचान उग्रवादी इस्लामिक जिहाद समूह के 22 वर्षीय सदस्य के तौर पर हुई है.
उसके सिर में गोली लगी थी. मारे गए दूसरे फलीस्तीनी नागरिक की उम्र 18 वर्ष है. गिरफ्तारी के लिए पहुंचे अर्धसैनिक सीमा पुलिस के इज़राइली कर्मियों ने वांछित व्यक्ति के घर को घेर लिया था, जिसने बाद में आत्मसमर्पण कर दिया. फलीस्तीन पुलिस ने एक बयान में बताया कि छापेमारी के दौरान दो बार कई दिशाओं से गोलियां चलीं और इज़राइली सेना ने भी जवाबी गोलीबारी की. इज़राइली सेना के जेनिन से जाते ही कई लोगों ने आग्नेयास्त्र दागे और एक देसी ग्रेनेड फेंका, जिसके बाद इज़राइल के सैनिकों ने और गोलीबारी की.
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जेनिन शिविर, ईरान समर्थक इस्लामिक जिहाद और बड़े उग्रवादी संगठन हमास के हथियारबंद लोगों का गढ़ रहा है.मीडिया की खबर के अनुसार, मारा गया 22 वर्षीय अब्दुल्ला अल-होसारी (Abdullah al-Housri) इस्लामिक जिहाद का सदस्य था, जो पिछले अगस्त में रिहा होने से पहले 26 महीने तक एक इज़राइली जेल में बंद था. उसके अलावा गोलीबारी में 18 वर्षीय शादी नजीम (Shadi Najm) भी मारा गया, जो निहत्था था.वहीं, छापेमारी में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान अमद अबू अल-हिजा के तौर पर हुई है. वह भी पहले जेल की सजा काट चुका है. उसके पिता दो दशक पहले जेनिन में हमास सैन्य शाखा के प्रमुख थे. बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.