शिवमोग्गा (कर्नाटक) : कर्नाटक पुलिस ने बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है वहीं, जिले में निषेधाज्ञा शुक्रवार तक बढ़ा दी गई है.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) ने बुधवार को कहा कि पुलिस जांच पूरी होने के बाद मामला राष्ट्रीय एजेंसी को सौंपा जा सकता है. उन्होंने कहा, 'हम पुलिस जांच के नतीजे देखेंगे और इस पर फैसला लेंगे. हर्ष हत्याकांड की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की गई है. हम इस पर फैसला लेंगे.'
कांग्रेस नेता अपने अनुभव से बात कर रहे : बोम्मई
कांग्रेस के आरोपों पर एक सवाल का जवाब देते हुए कि हर्ष का अंतिम संस्कार भाजपा द्वारा प्रायोजित था, उन्होंने जवाब दिया कि कांग्रेस नेता अपने अनुभव से बात कर रहे हैं.
वहीं, गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बुधवार को कहा कि उन्होंने घटना की पृष्ठभूमि में इस जिला मुख्यालय कस्बे के दो थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बुधवार को कहा कि यह हत्या का साधारण मामला नहीं लगता. उन्होंने कहा, 'हम इस एंगल से देख रहे हैं कि इस तरह के अपराध को अंजाम देने के लिए इन तत्वों को कैसे प्रोत्साहित किया गया. मैं पिछले पांच वर्षों में कोटे और डोड्डापेट पुलिस स्टेशनों में अपराध के ऑडिट के लिए डीजी को पत्र लिखूंगा.'
उन्होंने कहा, 'हम इन पुलिस थानों में पांच साल तक काम करने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच करेंगे.' गिरफ्तार किए गए व्यक्ति गंभीर अपराध करने वाले अपराधी हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस द्वारा उनकी निगरानी कैसे नहीं की गई, इसकी जांच की जाएगी.
गैर-जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा : अरागा ज्ञानेंद्र
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने चेतावनी दी कि गैर-जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा. इससे पहले शिवमोग्गा के पुलिस अधीक्षक बी एम लक्ष्मी प्रसाद ने मंगलवार को कहा था कि 28 वर्षीय हर्ष की हत्या के मामले में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
शिवमोग्गा जिले के रहने वाले अरागा ज्ञानेंद्र ने संवाददाताओं को बताया कि आधिकारिक तौर पर अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य से पूछताछ जारी है. उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों की पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है. मंत्री ने कहा कि 'मैंने पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को पत्र लिखकर शिवमोग्गा में असामाजिक तत्वों के पनपने का कारण जानने और पुलिस की जवाबदेही तय करने को कहा है.'
ज्ञानेंद्र ने कहा कि शिवमोग्गा पूरे कर्नाटक में अपराधियों के पनपने का स्थल बन गया है और अगर जिम्मेदारियां तय नहीं की गईं तो यह ऐसे तत्व और बढ़ेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या हर्ष ने मजबूत हिंदुत्व विचारधारा का अनुसरण किया या कुछ व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता ने उनकी हत्या को ट्रिगर किया, ज्ञानेंद्र ने कहा कि यह विस्तृत जांच के बाद सामने आएगा.
हालांकि उन्होंने कहा कि 'सरकार ने इसे सामान्य हत्या नहीं माना है. हम इसके पीछे की ताकतों को ढूंढकर बाहर निकालेंगे. इस मामले में विभिन्न संगठनों के शामिल होने की बहुत संभावनाएं हैं.'
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कुछ हलकों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि इन संगठनों की भूमिका की जांच की जा रही है. इस बीच, पुलिस ने सोमवार को हर्ष का शव ले जाते समय निषेधाज्ञा के उल्लंघन करने वालों पर मामला दर्ज किया है. हर्ष का शव ले जाते समय आगजनी और पथराव की घटनाएं हुई थी, जिसमें लगभग 20 लोग घायल हो गए थे.
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