भुवनेश्वर : ओडिशा 22 जून तक कोविड-19 की एक करोड़ खुराक देने के लक्ष्य को हासिल कर लेगा. हालांकि, करीब दो लाख कोरोना योद्धाओं ने अपना पंजीकरण करवाने के बावजूद टीका नहीं लगवाया है. आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि कोविन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाने के बावजूद राज्य के कम से कम 61,047 स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के 1,26,170 कर्मियों ने टीकाकरण नहीं कराया है.
राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके महापात्रा ने जिलाधिकारियों और नगर निगमों के आयुक्तों को पत्र लिखकर कहा है कि ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चा कर्मियों को 20 जून, 2021 तक टीका लगवा लेना चाहिए, जिन्होंने पंजीकरण कराने के बावजूद टीके की खुराक नहीं ली है.
भारत में दी गई टीके की 27.62 करोड़ से अधिक खुराक
देश में अब तक कोविड-19 टीके की 27.62 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. इसमें शनिवार को दी गई 33,72,742 खुराक भी शामिल है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शनिवार को 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को टीके की 20,49,101 पहली खुराक दी गई, जबकि 78,394 दूसरी खुराक दी गई.
टीकाकरण अभियान का तीसरा चरण शुरू होने के बाद से देश के 37 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 5,39,11,586 लोगों को पहली खुराक दी गई और कुल 12,23,196 को दूसरी खुराक दी गई है.
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असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 18 से 44 आयु वर्ग के 10 लाख से अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी गई है.
शनिवार शाम सात बजे संकलित की गई अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में कुल 27,62,55,304 खुराक दी गई.
टीकाकरण अभियान के 155वें दिन शनिवार को कुल 33,72,742 खुराक दी गई. कुल 29,00,953 लाभार्थियों को टीके की पहली खुराक दी गई, जबकि 4,71,789 को दूसरी खुराक दी गई.
(पीटीआई-भाषा)