चंद्रपुर: पर्यटन के सिलसिले में जंगल में गए पर्यटकों पर अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों में एक महिला और एक छह माह का बच्चा शामिल है. मृतकों की पहचान नागपुर निवासी अशोक विभीषण मेंढे (62) और गुलाबराव पोचे (58) के रूप में हुई है.
घटना तलोधी बालापुर वन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गोविंदपुर क्षेत्र में शनिवार दोपहर में हुई. वन विभाग और पुलिस की ओर से बीती रात सर्च ऑपरेशन चलाया गया. गुलाबराव को गंभीर हालत में पहाड़ी से नीचे उतारा गया और एंबुलेंस तक पहुंचाने का प्रयास किया गया. हालांकि, इस दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. मधुमक्खी के डंक से अशोक मेंडे पहाड़ की चोटी पर मृत पाए गए.
पूर्व में भी यहां कई बार मधुमक्खियों के ऐसे हमले हो चुके हैं. इस गंभीर घटना को देखते हुए फिलहाल परजागढ़ क्षेत्र को वन विभाग और पुलिस द्वारा पर्यटन के लिए बंद कर दिया गया है. वास्तव में हजारों पर्यटक यहां पर्यटन का आनंद लेने के लिए इस पर्वतीय परिसर में आते हैं जबकि कुछ यहां भक्तिभाव से आते हैं. हालांकि, इस जगह पर मधुमक्खियां होने के कारण इस तरह की घटना अक्सर होती रहती है और मधुमक्खी के हमले से कई बार पर्यटक घायल भी हो जाते हैं.
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लेकिन आज हुई इस घटना में 2 लोगों की जान चली गई. यहां पर्यटन के लिए वन विभाग के बार-बार मना करने के बावजूद नागपुर के कुछ टूर एंड ट्रेवल्स की ओर से यहां पर्यटकों को लाया जाता है. नागपुर की एक टूरिस्ट कंपनी ने मॉर्निंग सनराइज और नाइट कैंप, नाइट डांसिंग और नाइट माउंटेन ट्रेकिंग का लालच देकर यहां नाइट कैंप लगाया था. ऐसी जानकारी है कि एक बार उन्होंने यहां विचरण करते हुए बाघ, तेंदुआ, भालू, मधुमक्खी जैसे खतरनाक जानवरों को भी ट्रैक किया था. दिलचस्प बात यह है कि चार दिन पहले उमरेड में कुछ लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला किया था. बताया जा रहा है कि उन्हें भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.