गांधीनगर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में दो ऐसे मरीजों का पता चला है, जो कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से पीड़ित हैं. राज्य सरकार के मुताबिक यह काफी चिंताजनक बात है.
जो लोग पीड़ित बताए गए हैं, वे सूरत और वडोदरा के रहने वाले हैं, लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक उनका इलाज किया जा चुका है और वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. सूरत प्रशासन के लिए चिंता का असली कारण यह है कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में पाए गए 20 संक्रमितों में से दो का यात्रा इतिहास सूरत का है.
देश में सामने आ चुके 48 मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में 45,000 नमूनों की जांच में इस स्ट्रेन के 48 मामले सामने आए हैं. ये मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु. ओडिशा, राजस्थान और कर्नाटक और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में मिले हैं.
डेल्टा प्लस वेरिएंट खतरनाक डेल्टा वेरिएंट (बी1.617.2) का म्यूटेशन है, जिसने अप्रैल-मई में पूरे देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान तबाही मचाई थी. कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, नया उत्परिवर्तन महामारी की आशंका वाली तीसरी लहर का कारण हो सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कारगर कदम उठाने को कहा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुजरात के मुख्य सचिव (सीएस) अनिल मुकीम को सूरत जिले में तत्काल रोकथाम के उपायों को अपनाने के लिए कहा है.
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गुजरात सीएस को भीड़ इकट्ठा होने से रोकने, व्यापक परीक्षण करने, शीघ्र पता लगाने और साथ ही प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करने के निर्देश दिए गए हैं.
(आईएएनएस)