आसनसोल: पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले के बाराबनी इलाके में रविवार रात डंपर की चपेट में आने से भाजपा के दो नेताओं की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भाजपा ने इस घटना को पंचायत चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का 'षड्यंत्र' करार दिया है.
मृतकों की पहचान बबलू सिंह (34), महेंद्र सिंह (32) के रूप में हुई है. बबलू सिंह भाजपा के बरबनी मंडल (2) का महासचिव था. एक अधिकारी के अनुसार महेंद्र सिंह मंडल के उपाध्यक्ष थे.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आसनसोल-गौरंडी मार्ग पर बाराबनी के अमडीहा पेट्रोल पंप इलाके में उस समय हुई जब भाजपा के दोनों नेता बाइक से आसनसोल लौट रहे थे. अज्ञात डंपर ने उन्हें कुचल दिया.
बबलू सिंह को आसनसोल जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महेंद्र सिंह को आसनसोल के सेनराल्ले रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना के तुरंत बाद भाजपा नेताओं का आसनसोल जिला अस्पताल में जमावड़ा लग गया.
भाजपा राज्य कमेटी के सदस्य कृष्णंदु मुखोपाध्याय, जिलाध्यक्ष दिलीप डे, जिला महासचिव बप्पा चट्टोपाध्याय और कई अन्य लोगों ने दोनों भाजपा नेताओं की मौत पर शोक व्यक्त किया. भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप डे ने कहा, 'मुझे इस घटना में साजिश की बू आ रही है. पंचायत चुनाव से पहले हमारे पदाधिकारी की मौत दुर्घटना नहीं है, बल्कि हत्या है.' उन्होंने कहा कि 'जांच से निश्चित तौर पर सच्चाई सामने आएगी.'
उन्होंने कहा कि 'जांच से निश्चित तौर पर सच्चाई सामने आएगी.' भाजपा नेता ने दोनों भाजपा नेताओं की मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए घटना की सीबीआई जांच की मांग की. भाजपा के जिला महासचिव बप्पा चट्टोपाध्याय ने भी भाजपा के दो नेताओं की मौत पर दुख जताया. चट्टोपाध्याय ने कहा, 'बरबनी क्षेत्र में बबलू सिंह तृणमूल पर नजर रखकर राजनीति करता था.'
उन्होंने कहा कि 'उनके कारण बरबनी क्षेत्र में भाजपा का संगठन मजबूत हुआ. लिहाजा पंचायत चुनाव से पहले बबलू सिंह को हटा दिया गया. यह कोई साधारण दुर्घटना नहीं है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इस घटना के पीछे टीएमसी कार्यकर्ताओं का हाथ है.'
पढ़ें- बंगाल : कोयला माफिया और बीजेपी नेता राजू झा की गोली मारकर हत्या