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रितु माहेश्वरी ने कहा, ट्विन टावर का ध्वस्तीकरण कुल मिलाकर सफल रहा

सुपरटेक के ट्विन टावर को ध्वस्त करने की कार्रवाई सफल रही. उक्त बातें नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मीडिया से बातचीत में कही.

Ritu Maheshwari
रितु माहेश्वरी
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Published : Aug 28, 2022, 8:03 PM IST

नोएडा : नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रितु माहेश्वरी (Ritu Maheshwari) ने रविवार को कहा कि सुपरटेक के ट्विन टावर को ध्वस्त करने की कार्रवाई कुल मिलाकर सफल रही और नजदीकी दो सोसाइटी एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज को शाम करीब साढ़े छह बजे तक रहने के लिए सुरक्षा मंजूरी मिलने की उम्मीद है. नोएडा प्राधिकरण ने ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के कार्य की देखरेख की. इस बहुमंजिला इमारत को रेजिडेंट एसोसिएशन द्वारा अदालत जाने के करीब नौ साल के बाद गिराया गया. सिलसिलेवार धमाकों की मदद से 100 मीटर ऊंची इमारत महज कुछ सेंकेंड में मलबे में तब्दील हो गया.

सुपरटेक ने इस इमारत को ध्वस्त करने के लिए मुंबई की कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग की सेवा ली थी. एडफिस ने दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञ जेट डिमोलिशन से इस कार्य के लिए साझेदारी की थी. माहेश्वरी ने संवाददाताओं से कहा, 'धमाका कुल मिलाकर सफल रहा. एडिफिस, सीबीआरआई (केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान), जेट डिमोलिशन उस स्थान का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कोई विस्फोट बचा नहीं रहे.' उन्होंने बताया कि मलबा मोटे तौर पर निर्धारित स्थान पर ही गिरा है, लेकिन कुछ मलबा सड़क पर और कुछ मलाब एटीएस विलेज की तरफ भी गिरा है.

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की वरिष्ठ अधिकारी माहेश्वरी ने कहा, 'धूल के गुब्बार को हम सभी ने देखा था. हमारे एंटी स्मॉग गन, झाड़ू लगाने वाली मशीनें, पानी के टैंकर और छिड़काव करने वाले उपकरणों को तत्काल कार्य पर लगाया गया.' उन्होंने कहा कि नजदीकी दो आवासीय सोसाइटी को सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद सफाई का कार्य शुरू किया जाएगा. माहेश्वरी ने कहा कि गैस और बिजली की आपूर्ति जल्द ही एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी में बहाल कर दी जाएगी और उनमें रहने वाले लोग शाम साढ़े छह बजे अपने घरों को लौट सकेंगे.

नोएडा : नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रितु माहेश्वरी (Ritu Maheshwari) ने रविवार को कहा कि सुपरटेक के ट्विन टावर को ध्वस्त करने की कार्रवाई कुल मिलाकर सफल रही और नजदीकी दो सोसाइटी एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज को शाम करीब साढ़े छह बजे तक रहने के लिए सुरक्षा मंजूरी मिलने की उम्मीद है. नोएडा प्राधिकरण ने ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के कार्य की देखरेख की. इस बहुमंजिला इमारत को रेजिडेंट एसोसिएशन द्वारा अदालत जाने के करीब नौ साल के बाद गिराया गया. सिलसिलेवार धमाकों की मदद से 100 मीटर ऊंची इमारत महज कुछ सेंकेंड में मलबे में तब्दील हो गया.

सुपरटेक ने इस इमारत को ध्वस्त करने के लिए मुंबई की कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग की सेवा ली थी. एडफिस ने दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञ जेट डिमोलिशन से इस कार्य के लिए साझेदारी की थी. माहेश्वरी ने संवाददाताओं से कहा, 'धमाका कुल मिलाकर सफल रहा. एडिफिस, सीबीआरआई (केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान), जेट डिमोलिशन उस स्थान का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कोई विस्फोट बचा नहीं रहे.' उन्होंने बताया कि मलबा मोटे तौर पर निर्धारित स्थान पर ही गिरा है, लेकिन कुछ मलबा सड़क पर और कुछ मलाब एटीएस विलेज की तरफ भी गिरा है.

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की वरिष्ठ अधिकारी माहेश्वरी ने कहा, 'धूल के गुब्बार को हम सभी ने देखा था. हमारे एंटी स्मॉग गन, झाड़ू लगाने वाली मशीनें, पानी के टैंकर और छिड़काव करने वाले उपकरणों को तत्काल कार्य पर लगाया गया.' उन्होंने कहा कि नजदीकी दो आवासीय सोसाइटी को सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद सफाई का कार्य शुरू किया जाएगा. माहेश्वरी ने कहा कि गैस और बिजली की आपूर्ति जल्द ही एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी में बहाल कर दी जाएगी और उनमें रहने वाले लोग शाम साढ़े छह बजे अपने घरों को लौट सकेंगे.

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(पीटीआई-भाषा)

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