नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक साक्षात्कार में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों पर तीखी टिप्पणी की थी. उनकी टिप्पणी उनकी कार्यशैली को लेकर थी. जयशंकर के इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस नेता ने जवाब दिया. उनके जवाब में तंज ज्यादा नजर आया. उन्होंने भाषा की भी सीमा पार कर दी.
जयशंकर ने कहा था कि उनके पिता के साथ इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अच्छा व्यवहार नहीं किया था. उनके इस बयान पर टीएमसी नेता जवाहर सरकार ने जवाब दिया. तृणमूल नेता ने जयशंकर पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'असुर' कहा.
जवाहर सरकार ने ट्वीट किया, 'एस जयशंकर के पिता, के सुब्रमण्यम ने कहा था, गुजरात (2002 के दंगे) में धर्म की हत्या कर दी गई थी. ऐसे लोग जो निर्दोष नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहे वे अधर्म के दोषी हैं. भगवान राम गुजरात के असुरों पर धनुष का इस्तेमाल करते हैं. बेटे पर शर्म है-- असुर की सेवा करता है!' जयशंकर के इस बयान पर कि वह देश की भलाई के लिए सही समय पर सही पार्टी में शामिल हुए, सरकार ने कहा कि क्या जयशंकर को भूलने की बीमारी है ?
एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में विदेश मंत्री ने खुलासा किया कि उनके पिता डॉ के सुब्रह्मण्यम को 1980 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी द्वारा सचिव, रक्षा उत्पादन के पद से हटा दिया गया था और राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान उन्हें नजरअंदाज कर एक जूनियर को कैबिनेट सचिव के पद पर बैठा दिया गया था.
सरकार ने कहा,'अजीब बात है कि जयशंकर ने गांधियों के खिलाफ अपने गुस्से का पता लगाया. उनकी पूरी वफादारी से सेवा करने और इसके तहत बेहतरीन पोस्टिंग लेने के बाद ? क्या यह भूलने की बीमारी है या वह विदेश मंत्री का पद पाने के बाद भाजपा को गले लगा रहे हैं?' जयशंकर जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक विदेश सचिव थे और इससे पहले वह चीन और अमेरिका सहित कई प्रमुख देशों के राजदूत रह चुके थे. उनके पिता के सुब्रह्मण्यम भारत के प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीतिकारों में से एक माने जाते थे.