कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बुधवार को बीरभूम जिले में सैंथिया नगर पालिका और दक्षिण 24 परगना जिले में बज बज नगर पालिका की अधिकांश सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली. टीएमसी की यह जीत 27 फरवरी को पश्चिम बंगाल में होने वाले नगर पालिका चुनाव की दृष्टि से काफी अहम मानी जा रही है.
दिनहाटा में 108 नगर पालिकाओं के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन टीएमसी ने बिना किसी मुकाबले के 16 में से सात वार्ड जीत लिए. जहां पार्टी ने सैंथिया नगर पालिका में 16 में से 13 वार्डों में निर्विरोध जीत हासिल की, वहीं बज बज में इसी तरह से 20 में से 12 वार्ड जीते. सैंथिया में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सिर्फ तीन वार्डों में उम्मीदवार खड़े कर सकी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस एक भी उम्मीदवार को नामित करने में विफल रही.
विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि यह 2018 के पंचायत चुनावों के दौरान फैलाए गए ‘आतंक’ की पुनरावृत्ति थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने विपक्षी उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को नामांकन दाखिल करने से रोकने के लिए आतंकित किया.
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माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने भी सत्ताधारी पार्टी की आलोचना करते हुए कहा, 'तृणमूल के स्थानीय नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं में लोकतांत्रिक सिद्धांतों का कोई सम्मान नहीं है.' उन्होंने कहा, 'टीएमसी कोई विरोध नहीं चाहती है. वह सभी तरह की असहमतियों को कुचलने के लिए एक पार्टी के शासन के पक्ष में है.'
(पीटीआई-भाषा)