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तृणमूल कांग्रेस ने 'हवाला संबंध' को लेकर राज्यपाल धनखड़ पर फिर निशाना साधा

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर अपना हमला तेज करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह उनकी बर्खास्तगी की मांग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर विचार करेगी.

Trinamool
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Published : Jun 29, 2021, 7:43 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि जैन हवाला कांड में धनखड़ का नाम था. इस आरोप को खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि धनखड़ को सत्तारूढ़ सरकार द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वह राज्य में राजनीतिक हिंसा के पीड़ितों के साथ खड़े हैं. राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के उपनेता सुखेंदु शेखर रॉय ने दिन में यहां एक प्रेस वार्ता में कहा कि हवाला कारोबारी द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल की गई डायरी के पृष्ठ तीन पर जगदीप धनखड़ के नाम का उल्लेख है.

डायरी की एक कथित प्रति दिखाते हुए रॉय ने कहा कि माननीय राज्यपाल स्पष्ट करें कि क्या दो धनखड़ अलग-अलग व्यक्ति हैं. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी बताया कि दिल्ली के एक पत्रकार ने अपनी फेसबुक पोस्ट में सत्तारूढ़ सरकार द्वारा किए गए दावे की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि इस तथ्य को देखते हुए कि घोटाले के आरोपियों को अभी तक क्लीन चिट नहीं मिली है. यह आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनखड़ को राज्यपाल नियुक्त करते समय इस तथ्य की अनदेखी कैसे की.

रॉय ने कहा कि उनकी पार्टी उन कदमों पर निर्णय लेने के लिए आंतरिक चर्चा करेगी, जो उन्हें पद से हटाने के लिए शुरू किए जा सकते हैं. तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य से उन्हें वापस बुलाने की मांग करते हुए तीन पत्र भेजे हैं. विधायक दल पहले भी इसी कारण से राष्ट्रपति के पास गया था. कुछ नहीं हुआ. आगामी संसदीय सत्र में भी हम इस मुद्दे को उठाएंगे. राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु ने धनखड़ पर सत्ता का दुरुपयोग करने, राज्य को विभाजित करने की कोशिश करने और संवैधानिक मानदंडों के उल्लंघन का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह उत्तर बंगाल के उन नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं, जो राज्य के विभाजन का समर्थन करते हैं. वह गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के खातों की सीएजी से ऑडिट की मांग करके तृणमूल कांग्रेस सरकार की छवि खराब करना चाहते हैं.

तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के आरोपों के जवाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्यपाल के खिलाफ फर्जी और घिनौने आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्यपाल के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रही है क्योंकि वह राजनीतिक हिंसा के शिकार लोगों के साथ खड़े हैं. तृणमूल कांग्रेस की डराने वाली रणनीति के आगे नहीं झुके लेकिन वे उन्हें इस तरह के हथकंडे से दबा नहीं सकते.

यह भी पढ़ें-प. बंगाल में चुनाव बाद हिंसा पर केंद्र को सौंपी गई रिपोर्ट, कमेटी ने कहा- घटनाएं पूर्व नियोजित

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि राज्यपाल धनखड़ जैन हवाला मामले में शामिल थे. हालांकि राज्यपाल ने पलटवार करते हुए इस आरोप को खारिज किया था और मुख्यमंत्री बनर्जी पर झूठ और गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया था. जैन हवाला मामला 1990 के दशक में एक बहुत बड़ा राजनीतिक और वित्तीय घोटाला था. जिसमें हवाला के जरिए धन विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं को दिए जाने का दावा किया गया था.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि जैन हवाला कांड में धनखड़ का नाम था. इस आरोप को खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि धनखड़ को सत्तारूढ़ सरकार द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वह राज्य में राजनीतिक हिंसा के पीड़ितों के साथ खड़े हैं. राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के उपनेता सुखेंदु शेखर रॉय ने दिन में यहां एक प्रेस वार्ता में कहा कि हवाला कारोबारी द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल की गई डायरी के पृष्ठ तीन पर जगदीप धनखड़ के नाम का उल्लेख है.

डायरी की एक कथित प्रति दिखाते हुए रॉय ने कहा कि माननीय राज्यपाल स्पष्ट करें कि क्या दो धनखड़ अलग-अलग व्यक्ति हैं. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी बताया कि दिल्ली के एक पत्रकार ने अपनी फेसबुक पोस्ट में सत्तारूढ़ सरकार द्वारा किए गए दावे की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि इस तथ्य को देखते हुए कि घोटाले के आरोपियों को अभी तक क्लीन चिट नहीं मिली है. यह आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनखड़ को राज्यपाल नियुक्त करते समय इस तथ्य की अनदेखी कैसे की.

रॉय ने कहा कि उनकी पार्टी उन कदमों पर निर्णय लेने के लिए आंतरिक चर्चा करेगी, जो उन्हें पद से हटाने के लिए शुरू किए जा सकते हैं. तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य से उन्हें वापस बुलाने की मांग करते हुए तीन पत्र भेजे हैं. विधायक दल पहले भी इसी कारण से राष्ट्रपति के पास गया था. कुछ नहीं हुआ. आगामी संसदीय सत्र में भी हम इस मुद्दे को उठाएंगे. राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु ने धनखड़ पर सत्ता का दुरुपयोग करने, राज्य को विभाजित करने की कोशिश करने और संवैधानिक मानदंडों के उल्लंघन का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह उत्तर बंगाल के उन नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं, जो राज्य के विभाजन का समर्थन करते हैं. वह गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के खातों की सीएजी से ऑडिट की मांग करके तृणमूल कांग्रेस सरकार की छवि खराब करना चाहते हैं.

तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के आरोपों के जवाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्यपाल के खिलाफ फर्जी और घिनौने आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्यपाल के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रही है क्योंकि वह राजनीतिक हिंसा के शिकार लोगों के साथ खड़े हैं. तृणमूल कांग्रेस की डराने वाली रणनीति के आगे नहीं झुके लेकिन वे उन्हें इस तरह के हथकंडे से दबा नहीं सकते.

यह भी पढ़ें-प. बंगाल में चुनाव बाद हिंसा पर केंद्र को सौंपी गई रिपोर्ट, कमेटी ने कहा- घटनाएं पूर्व नियोजित

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि राज्यपाल धनखड़ जैन हवाला मामले में शामिल थे. हालांकि राज्यपाल ने पलटवार करते हुए इस आरोप को खारिज किया था और मुख्यमंत्री बनर्जी पर झूठ और गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया था. जैन हवाला मामला 1990 के दशक में एक बहुत बड़ा राजनीतिक और वित्तीय घोटाला था. जिसमें हवाला के जरिए धन विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं को दिए जाने का दावा किया गया था.

(पीटीआई-भाषा)

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