नई दिल्ली : टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करके भारतीय खिलाड़ी वापस आ चुके हैं. सोमवार की देर शाम टोक्यो ओलंपिक्स (Tokyo Olympics 2020) में शानदार प्रदर्शन करके पदक हासिल करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान खुद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के अशोका होटल में किया था. इस बीच आज इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवाने वाली भारतीय हॉकी की टीम मीडिया से रूबरू हुई, जहां खिलाड़ियों ने मीडिया के हर एक सवाल का जवाब दिया.
टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 'ईटीवी भारत' से अपने अनुभव साझा किए. हॉकी टीम के सदस्यों ने बताया कि इस तरह की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद न सिर्फ टीम के सभी खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा है, बल्कि अब टीम पहले के मुकाबले और ज्यादा एकजुट हो गई है. टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के सारे मुकाबले दोपहर में ही होने थे. इसलिए टीम ने इसकी तैयारी पहले से ही शुरू कर दी थी. इसके लिए भारतीय हॉकी टीम ने दोपहर में ही मैच प्रैक्टिस कर अपने आपको टोक्यो के मौसम के हिसाब से ढालना शुरू कर दिया था, जिसका ओलंपिक के दौरान काफी फायदा भी मिला.
भारतीय हॉकी टीम के ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक के दौरान ओवरऑल एक्सपीरियंस बेहतर रहा. पूरी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. आगे भी हमारी कोशिश यही रहेगी कि आने वाले टूर्नामेंट में भी हमारी परफॉर्मेंस इसी तरह से जारी रहे. हम एशियन चैंपियनशिप, वर्ल्ड चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी देश के लिए पदक जीतें और पोडियम पर फिनिश करें. उन्होंने राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड को मेजर ध्यानचंद के नाम पर किए जाने वाले सरकार के फैसला का स्वागत किया है.
भारतीय हॉकी टीम के स्टार स्ट्राइकर मनदीप सिंह और गुरजंत सिंह ने कहा कि पूरी टीम टोक्यो ओलिंपिक में एकजुट होकर खेल रही थी. यह जीत किसी एक खिलाड़ी की जीत नहीं है यह पूरी टीम की जीत है. इसके अलावा भारतीय हॉकी टीम के अंदर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे डिफेंडर अमित रोहिदास ने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभायी है. भारतीय हॉकी टीम की यह जीत आने वाले सालों में भारतीय हॉकी की दशा और दिशा दोनों बदलेगी.
टीम ने अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया : मनप्रीत सिंह
इंडियन टीम के कैप्टन मनप्रीत सिंह ने कहा कि टूर्नामेंट के दौरान टीम ने अपनी फिटनेस पर पहले के मुकाबले काफी ध्यान दिया है. ओलंपिक में खेल के दौरान हमारे किसी भी खिलाड़ी को किसी भी प्रकार की कोई इंजरी नहीं हुई. इसका फायदा हमें हमारे गेम में देखने को मिला और हम मेडल जीतने में कामयाब हुए.
उन्होंने कहा कि आने वाला साल इंडियन हॉकी टीम के लिए काफी चुनौतीपूर्ण भरा रहने वाला है. आने वाले साल में एशियन चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे बड़े टूर्नामेंट्स हैं. ये सभी टूर्नामेंट्स भारत में ही होने हैं, जिसे देखते हुए भारतीय हॉकी टीम अभी से तैयारियों में लग गई है. फिलहाल अभी हम सभी खिलाड़ी कुछ दिन के लिए छुट्टियों पर अपने घर जाएंगे, जहां तक 2024 ओलंपिक की बात है तो उसके लिए टीम अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रही है. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि 2021 टोक्यो ओलंपिक में जो कांस्य पदक भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने नाम किया है, 2024 के ओलंपिक में उसे स्वर्ण पदक में बदल सकेंगे.
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भारतीय मेंस हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल जीतकर 41 साल पुराने सूखे को खत्म किया है. इंडियन मेंस हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि इस तरह की जीत से न सिर्फ पूरी टीम का उत्साह बढ़ता है, बल्कि टीम के प्रदर्शन में भी निखार आता है. आने वाला साल भारतीय हॉकी टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इस साल इंडियन हॉकी टीम को कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन चैंपियनशिप और वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपने इसी प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए न सिर्फ क्वालीफाई करना है, बल्कि पेरिस में होने वाले ओलंपिक के अंदर इस बार टोक्यो ओलंपिक में अर्जित किए गए कांस्य पदक को स्वर्ण पदक में तब्दील भी करना है.
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