बक्सर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) समाधान यात्रा को लेकर बक्सर दौर पर हैं. इस बीच उनके काफिले को पास कराने के लिए पटना-बक्सर (एमटी-कोचिन) पैसेंजर ट्रेन और कामख्या-दिल्ली एक्सप्रेस को आउटर पर करीब 15 मिनट तक रोककर रखा गया. परेशान यात्री पैदल ही अपने गंतव्य स्थान तक जाने के लिए मजबूर हो गए. ये मामला बक्सर रेलवे स्टेशन के पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी का है. रेलवे की तरफ से ट्रेनों को रोकने के लिए आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
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पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी पर रोकी ट्रेन: करीब 15 मिनट तक पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी को खुला रखा गया, ताकि सीएम का काफिला पास कराया जा सके. जब इस मामले को गुमटी के गेटमैन संतोष कुमार से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने वाला है, इसलिए ट्रेन को होल्ड पर रखा जाएगा. इधर, इन ट्रेनों पर सवार यात्री परेशान हो गए और पैदल ही उतरकर बक्सर रेलवे स्टेशन की तरफ जाने लगे. फिलहाल ट्रेनों को रोकने के लिए रेलवे की तरफ से पुष्टि नहीं हुई है.
"आ रहे सीएम साहब अभी. उनका काफिला आएगा तो ट्रेनों को रोकना ही पड़ेगा. फिलहाल अभी कोई ट्रेन बाधित नहीं किया गया है". - संतोष कुमार, गेट मैन
समाधान यात्रा को लेकर बक्सर पहुंचे सीएम: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत राज्य भर का दौरा कर रहे हैं. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश सड़क मार्ग से बक्सर दौरे पर पहुंचे हैं. इस दौरान सीएम ने आम लोगों से मुलाकात की. विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों का निरीक्षण किया. महादलित बस्ती का भ्रमण किया. सीएम बक्सर के हेनवा में तालाब और कठार में जैविक खेती देखा. साथ ही नए परिसदन का शिलान्यास भी किया. उनके इस यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.
क्या बोले अश्विनी चौबे : बक्सर में सीएम नीतीश के काफिले को पास देने के लिए पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी पर दो पैसेंजर ट्रेनों को काफी देर तक रोक दिया गया था. इसपर बीजेपी हमलावर है. अश्विनी चौबे ने कहा कि किसके कहने पर ट्रेनों को रोका गया इसकी जांच करायी जाएगी. साथ ही भारत सरकार के रेल मंत्रालय से भी जांच की मांग करेंगे.