श्रीनगर : कोविड-19 की दूसरी लहर (Covid-19 second wave ) और लॉकडाउन (continuous lockdown) ने कश्मीर के पर्यटन उद्योग (Kashmir tourism industry) को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया था. हालांकि, कोविड (Covid-19) की दूसरी लहर (second wave) में गिरावट दर्ज होने के बाद से अब कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों की आस एक बार फिर से जाग गई है. पर्यटकों ने एक बार फिर से कश्मीर का रुख करना शुरू कर दिया है.
जम्मू और कश्मीर सरकार (Jammu and Kashmir government) द्वारा गुलमर्ग (Gulmarg), पहलगाम (Pahalgam) और सोनमर्ग (Sonmarg) जैसे पर्यटन स्थलों (tourist destinations) को खोलने की घोषणा (announcement) के साथ ही यह सुनिश्चित किया गया कि कोविड प्रोटोकॉल (covid protocols) का पालन किया जा रहा है. डल झील (Dal lake) के आसपास के होटल और हाउसबोट में सैलानियों का आना-जाना शुरू हो गया है. पर्यटकों को झील के चारों ओर शिकारा की सवारी (shikhara rides) का आनंद लेते, तस्वीरें क्लिक (clicking photographs) करते और सुखद मौसम का आनंद लेते देखा जा सकता है.
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पंजाब के पटियाला (Punjab- Patiala) निवासी पर्यटक विजेंद्र सिंह (Vijendra Singh) ने ईटीवी भारत (ETV Bharat) को बताया, यह कश्मीर की मेरी पहली यात्रा है. जम्मू में हमारा कोविड-19 परीक्षण (covid-19 test) हुआ था. परिणाम नकारात्मक (results were negative) आने के बाद ही हमें लद्दाख जाने की अनुमति मिली.
उन्होंने आगे कहा, महामारी के इस समय में प्रोटोकॉल का पालन करना बेहद जरूरी है. मुझे रास्ते में बताया गया कि यहां के लोग सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर अपने विचार व्यक्त नहीं कर सकते हैं. यहां स्थिति वही है, जो 1984 के दौरान पंजाब में थी. प्रतिबंधों और डर के कारण सच्चाई सामने नहीं आ रही है. साथ ही, यहां एक साल से अधिक समय से इंटरनेट पर प्रतिबंध था.
दिल्ली के रोहिणी इलाके (Delhi Rohini area) के पर्यटक आमिर खान (Aamir Khan) का कश्मीर (Kashmir) में अक्सर आना-जाना लगा रहता है. उन्हें लगता है कि कश्मीर में कुछ भी नहीं बदला. आमिर ने कहा, मैं अक्सर कश्मीर का आता हूं. सब कुछ समान है, यहां कुछ भी नहीं बदला है. सुखद मौसम, स्वच्छ वातावरण और अच्छे लोग.
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उन्होंने आगे कहा, महामारी की स्थिति को देखते हुए प्रशासन का दृष्टिकोण ही एकमात्र महत्वपूर्ण बदलाव है. यहां बाहर से आ रहे पर्यटकों का परीक्षण किया जा रहा है. नकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद ही आगे का सफर तय करने की अनुमति मिलती है.
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर (Travel Agents Association of Kashmir) (TAAK) के अध्यक्ष फारूक कुथो (Farooq Kutho) ने ईटीवी भारत (ETV Bharat) को बताया, हमें उम्मीद है कि आने वाले दिन हमारे लिए बेहतर होंगे.
उन्होंने घाटी में पर्यटन को फिर से खोलने के लिए प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा, प्रशासन को पर्यटन क्षेत्र को राहत पैकेज देने के बारे में भी सोचना चाहिए. इससे उद्योग को बेहतर तरीके से पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी. साथ ही, जम्मू-कश्मीर आने वाला हर पर्यटक को आरटीपीसीआर परीक्षण करवाना अनिवार्य किया जाना चाहिए.