नई दिल्ली : केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने बताया है कि केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती 23 जनवरी के दिन हर वर्ष देशभर में पराक्रम पर्व मनाया जाएगा.
दरअसल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125वीं जयंती वर्ष को मोदी सरकार ने विशेष रूप में मनाने के लिये खास योजना बनाई है. केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी की जयंती के संदर्भ में बनी उच्चस्तरीय समिति ने पूरे वर्ष के लिये कार्यक्रम तय किये हैं जो नेताजी के जीवन पर आधारित होंगे.
प्रहलाद पटेल ने बताया कि 23 जनवरी को सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी कोलकाता में मौजूद रहेंगे जहां वह एक बड़े आयोजन में शामिल होंगे.
भारत सरकार के अन्य मंत्रालयों ने भी सुभाषचंद्र बोस जयंती वर्ष के लिये अलग-अलग कार्यक्रम तय किये हैं, जो पूरे साल के दौरान आयोजित किये जाएंगे. कमेटी में देश भर से 85 हस्तियों को शामिल किया गया है. इन लोगों में अलग अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग शामिल हैं.
प्रेस वार्ता की कुछ प्रमुख बातें
- हर साल 23 जनवरी को पराक्रम पर्व मनाया जाएगा
- कोलकाता में होगा मुख्य कार्यक्रम
- नेताजी के नाम पर एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएगी
- आईएनए शहीदों के नाम पर स्मारक बनाना चाहते हैं
- 23 जनवरी को कटक और हरिपुर में भी होंगे कार्यक्रम
प्रेस वार्ता में मौजूद केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय की अधिकारी निरुपमा कोतरु ने बताया कि 25 नवंबर, 2020 को गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में गठित राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति ने नेताजी की 125वीं जयंती मनाने का निर्णय लिया.
बोस की जीवनी पर आधारित कलाकृतियां
प्रहलाद पटेल ने बताया कि 23 जनवरी को देश में तीन प्रमुख स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन तय किया गया है. कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मौजूद रहेंगे. इसमें पीएम मोदी नेताजी के जीवन पर आधारित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे. उन्होंने बताया कि कोलकाता में बंगाल के 200 पटुआ कलाकार 400 मीटर के कैनवास पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जीवनी पर आधारित कलाकृतियां बनाने का काम कर रहे हैं. इसे 23 जनवरी से पहले पूरा कर लिया जाएगा.
गौरतलब है कि नेताजी का जन्म स्थान ओडिशा के कटक में है. इसलिए उनके जन्मदिवस पर दूसरा बड़ा आयोजन कटक में किया जाना है. कटक में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल होंगे.
तीसरा कार्यक्रम हरिपुरा में है जहां संस्कृति मंत्रालय ने एक प्रदर्शनी का आयोजन किया है. हरिपुरा ही वह स्थान है जहां नेताजी पहली बार कांग्रेस के अध्यक्ष नामित किये गए थे. इस तरह से उनके जन्मदिवस के दिन देश में तीन बड़े कार्यक्रम का आयोजन होना है.