लखीमपुर खीरी: तमिलनाडु के मदुरै के पास यार्ड में जो बोगी आग का गोला बन गई, उस बोगी को बुक करने वाले टूर ऑपरेटर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सीतापुर की भसीन टूर एंड ट्रैवेल्स एजेंसी बरसों से लोगों को धार्मिक यात्राओं पर ले जाती थी. सूत्रों की मानें तो करीब 22 सालों से इस टूर एजेंसी का मालिक हर स्टेशन पर सेटिंग करता हुआ सिलिंडर व डीजल के स्टोव लेकर ट्रेन पर चलता था. शनिवार को उसी सिलिंडर में आग लगने से हादसा हुआ और टूर ऑपरेटर पप्पू की भी जान चली गई.
बिजनेस में पारंगत पप्पू उर्फ हरीश भसीन सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, शाहजहांपुर, लखनऊ, बहराइच आदि आसपास के जिलों के लिए जाना-माना नाम था. गरीबी में पला बढ़ा पप्पू अपनी मेहनत से बड़ा टूर ऑपरेटर बन गया. 22 सालों से पप्पू उर्फ हरीश भसीन चार धाम यात्रा, वैष्णो देवी यात्रा या बस से काठमांडू या कहीं और का टूर आसानी से करवा देता था. सूत्रों की मानें तो 22 सालों से वह रेलवे कर्मचारियों और सुरक्षा बलों से सेटिंग करके अपने कोच में आसानी से सिलिंडर और डीजल के बड़े-बड़े स्टोव लेकर चलता था. उसका कोच चलती-फिरती पैंट्रीकार ही था. कोई अगर आता भी था तो उसे सेट कर लिया जाता था.
लखीमपुर में काशीनगर मोहल्ले के रहने वाले रमेश वर्मा बताते हैं कि हम लोग भी जा चुके है भसीन टूर एंड ट्रैवल के टूर पर. बढ़िया खाने पीने की व्यवस्था होती थी. कोई दिक्कत नहीं होती थी. हां, टॉयलेट के पास जब गैस भट्टियों पर खाना बनता था थोड़ा डर जरूर लगता था. हालांकि सस्ता और बढ़िया टूर होता था इस वजह से कोई बोलता नहीं था.
भसीन टूर एंड ट्रैवल्स का सीतापुर जिले में एक छोटा सा आफिस है. प्रेम नगर मोहल्ले में पप्पू का घर है. बताया गया कि बरसों से गैस सिलिंडर और डीजल व केरोसिन से चलने वाले स्टोव एजेंसी के टूर पर ले जाए जा रहे थे. इस हादसे में पप्पू की भी मौत हो गई. शनिवार देर शाम मदुरै प्रशासन ने जब लिस्ट जारी की तो उसमें नवें नम्बर पर हरीश भसीन उर्फ पप्पू का नाम था.
प्रत्यक्षदर्शी सीतापुर के शिवकुमार चौहान जिन्होंने अपने बहनोई और पत्नी को हादसे में खो दिया बताते हैं सुबह का समय था. बोगी हर तरफ से बन्द थी, तभी आग लग गई. तमिलनाडु के मदुरै स्टेशन पर जिस बोगी में आग लगी उस वक्त सुबह के नाश्ते का प्रबंध किया जा रहा था. चाय के साथ पकौड़े बनने थे पर सिलेंडर में लीकेज से आग इतनी भयंकर हो गई कि काबू पाना मुश्किल हो गया. ज्यादातर लोग सुबह की नींद ले रहे थे. कुछ कूदकर भागे तो कुछ को लोगों ने बचाया. हादसे में तब तक आग इतनी फैल गई कि नौ लोगों की मौत हो गई. करीब 22 से ज्यादा लोग झुलस गए. बोगी यार्ड में खड़ी थी. पड़ोसियों ने फायर स्टेशन को फोन किया पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
लखीमपुर में भसीन टूर एंड ट्रैवल्स के लिए यात्रियों की बुकिंग करने वाले हिंदुस्तान प्रिंटिंग प्रेस के पुलकित महेंद्रा कहते हैं बहुत बढ़िया टूर होता था. हर बार लोग खुशी खुशी जाते थे. हम लोग हजारों लोगों की बुकिंग कर चुके हैं, पर इस बार पता नहीं क्या हुआ. हमने इस बार भी 16 यात्रियों की बुकिंग की थी.
साउथ के कुछ स्टेशनों पर देता था आटा
हरीश उर्फ पप्पू का रेल टूर कराने का बरसों का अनुभव था. वह दो चार महीनों बाद कोई न कोई टूर ले ही जाता था. इस बार भी सीतापुर,लखीमपुर जिलों समेत आसपास के जिलों से भी यात्री रामेश्वरम् घूमने को निकले थे. पप्पू की हर स्टेशन पर अच्छी सेटिंग थी. एक यात्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं कि साउथ के स्टेशन मास्टर से लेकर जीआरपी वाले तक उससे आटा तक ले जाते थे. नजराना भी अलग से लेते थे.
यात्रियों के खाने पीने का रखा जाता था खास ख्याल
यात्रा के दौरान यात्रियों के खाने-पीने का खास ख्याल रखा जाता था. सुबह होते ही सीट पर गर्मागर्म नाश्ते के साथ चाय व काफी मिलती थी. सीतापुर से ही पूरी कैटरिंग टीम मय भगौना, कढ़ाई गैस भट्टी के चलती थी. छोले भटूरे, पनीर और राजमा चावल से लेकर आलू के पराठे तक यात्रियों को परोसे जाते थे.