चंडीगढ़: देश के कई राज्यों में भारी और बारिश के कारण कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इन सबके बीच देश भर में टमाटर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. आलम यह है कि कई राज्यों में टमाटर की कीमत इन दिनों पेट्रोल से ज्यादा है. ब्यूटीफुल सिटी चंडीगढ़ में भी टमाटर ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. कुछ दिनों पहले 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिकने वाले टमाटर के दाम इन दिन 100 रुपये प्रति किलो के पार है. चंडीगढ़ मंडी में टमाटर 200 से 250 प्रति किलो के भाव से बिक रहा है. वहीं, दुकानों में टमाटर 300 से 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. चंडीगढ़ में अच्छे टमाटर की कीमत 300 रुपये और दाग वाले टमाटर 100-150 रुपये प्रति किलो है. टमाटर के बढ़ते भाव देखते हुए सब्जी खरीदने वालों का कहना है कि सरकार को जमाखोरों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
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चंडीगढ़ में इन राज्यों से आती हैं सब्जियां: जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ में आने वाली सब्जियां ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल से आती हैं. जबकि, टमाटर और प्याज अक्सर नासिक से मंगाया जाता है. लेकिन, लगातार बारिश की वजह से नासिक से आने वाली सप्लाई बंद है. हरियाणा और पंजाब के अधिकतर इलाकों में पानी जमा होने के कारण कई सब्जियों की फसल खराब हो गई है. फिलहाल सिर्फ हरियाणा से करेला और भिंडी और हरी मिर्च जैसी सब्जियों की सप्लाई आ रही है. जबकि, टमाटर की सप्लाई पूरी तरह बंद है.
बारिश के कारण सब्जियों की सप्लाई प्रभावित: चंडीगढ़ की मंडी में हिमाचल की सब्जियां बड़े स्तर पर बेची जाती हैं. लेकिन, इस समय सिर्फ सोलन जिले से हरी सब्जियां आ रही हैं. दूसरी ओर सब्जियों की किल्लत को देखते हुए कारोबारी और बढ़ती जमाखोरी करने में लगे हैं. इसलिए जो अधिक बोली लगाता है, उसी की सब्जी आगे दी जाती है. ऐसे में जब तक बारिश के पानी का बहाव कम नहीं होता, सब्जियों की सप्लाई पर असर रहेगा.
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चंडीगढ़ में 300-400 प्रति किलो टमाटर: सेक्टर-26 के मार्केट में सब्जी के स्टॉल लगाने वाले मुकेश ने बताते हैं कि, टमाटर की सप्लाई इस समय हिमाचल के सोलन जिले से हो रही है. जिसके चलते टमाटर की कीमत 250 रुपये से लेकर 300 रुपये किलो के हिसाब से मंडी में बेचा जा रहा है. वहीं, मंडी के बाहर दुकानों पर इसका भाव 300 से 400 रुपये जा चुका है.
टमाटर बेचने वाले दुकानदारों की परेशानी: मुकेश ने बताया कि, टमाटर की एक पेटी खरीदने में 6 से 7 हजार रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वहीं, इस पेटी में 10 से 15% टमाटर काला निकलता है, जिसके चलते दुकानदारों नुकसान हो रहा है. पिछले 4 दिनों से टमाटर के भाव लगातार बढ़ रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि मंडी में टमाटर सिर्फ एक ही जगह से आ रहा है. मुकेश ने कहा कि, सोलन से जमींदारों द्वारा टमाटर खरीदा जा रहा है. वहीं, इन टमाटर को बोली के हिसाब से दुकानदारों को बेचा जाता है और जो दुकानदार अधिक बोली लगाता है उसे टमाटर की सप्लाई दी जाती है. वहीं, चंडीगढ़ हर तरह की सब्जियों की डिमांड रहती है इसलिए हमें महंगी सब्जियों को भी रखना पड़ता है.
क्या कहते हैं खरीदार?: वहीं, सेक्टर-26 में खरीदारी करने आए एन सिंह बताते हैं कि, पिछले महीने में टमाटर 30 से 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीद रहे थे. वहीं, अब इसकी कीमत 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है. जबकि, दिखने में सभी टमाटर एक जैसे हैं. एन सिंह ने कहा कि, काफी घूमने के बाद 150 रुपये किलो टमाटर मिले हैं. पिछले एक हफ्ते से टमाटर की कीमत बढ़ती जा रही है. ऐसा लग रहा है कि आने वाले 2 हफ्तों तक टमाटर की कीमत 200 रुपये प्रति किलो के हिसाब से रहेगी. वहीं, खरीदने आए राजकुमार ने बताया कि, टमाटर खाने में इस्तेमाल होने वाली जरूरी चीजों में से एक है, लेकिन टमाटर के दाम बढ़ने से बजट बिगड़ता जा रहा है.
मंडी में सब्जियों के दाम: बता दें कि, मंडी में जून महीने की 28 तारीख को जहां बैंगन 50 रुपये बिक रहा था. वहीं, अब 70 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं, घीया 40 से 50 रुपये बिक रही थी, अब 60 रुपये किलो बिक रही है. शिमला मिर्च का भाव जहां 50 रुपये किलो था, अब 60 रुपये किलो से लेकर 100 रुपये किलो के बीच में है. जबकि, नींबू की कीमतें कम हुई हैं. जून में 70 रुपये किलो नींबू बिक रहा था, अब इसकी कीमत घटकर 40 रुपये किलो से लेकर 70 रुपये किलो तक है. वहीं, फूलगोभी जहां 60 रुपये किलो थी. वहीं, अब 100 रुपये किलो बिक रही है. पत्ता गोभी जहां 20 रुपये किलो थी, वहीं अब 40 रुपये किलो बिक रही है. करेला जहां 30 रुपये किलो बिका था, वहीं अब 60 रुपये किलो बिक रहा है. खीरा इन दिनों 40 से 60 रुपये किलो के बीच बिक रहा है.