नई दिल्ली : दलाली ( touts) को खत्म करने के उद्देश्य से रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) ने IRCTC वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुकिंग (online ticket booking) के साथ आधार, पैन या पासपोर्ट जैसे व्यक्तिगत पहचान दस्तावेजों (personal identification documents ) को जोड़ने की योजना पर काम कर रहा है.
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक (Director General of Railway Protection Force) अरुण कुमार (Arun Kumar) ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'भविष्य में हमें किसी पहचान पत्र के साथ आधार या पैन या किसी अन्य प्रमाण के साथ टिकट के लॉगिन को लिंक करना होगा, इसे नंबर से यात्री लॉग इन कर सकता है, ताकि हम दलाली खत्म कर सकें.
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि दलालों के खिलाफ पहले की कार्रवाई मानव बुद्धि (human intelligence) पर आधारित थी, जिसको जमीनी स्तर पर लापरवाही से लागू किया गया.
डीजी आरपीएफ ने बताया कि वे इस योजना को लागू करने के लिए एक नेटवर्क बना रहे हैं, जिसके तहत उन्होंने आधार अधिकारियों के साथ अपना काम लगभग पूरा कर लिया है और अन्य पहचान प्रमाणों के साथ भी ऐसा ही किया जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि 2018 से मई 2021 तक आरपीएफ ने लगभग 14,257 दलालों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से लगभग 28.34 करोड़ रुपये के टिकट जब्त किए गए हैं.
कुमार ने यह भी कहा कि आरपीएफ जल्द ही एक मोबाइल एप्लिकेशन (mobile application) भी ला सकता है, जहां ग्राहक चोरी, उत्पीड़न, अवैध ठहराव आदि की शिकायत दर्ज कर सकेंगे और इसके लिए वे देश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों (railway stations) पर निगरानी प्रणाली (surveillance systems) को अपग्रेड करने के लिए काम कर रहे हैं . 2018 से मई 2021 तक कुल 976 बच्चों को तस्करों से बचाया गया है.
महिला यात्रियों (women passengers) की सुरक्षा के लिए, 17 अक्टूबर, 2020 से आरपीएफ द्वारा शुरू की गई 'मेरी सहेली' पहल ने लंबी दूरी की ट्रेनों (long distance trains) में अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं पर ध्यान केंद्रित किया है.
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कुमार ने कहा कि 2019 से 2021 मई तक लगभग 1,29,500 महिला कोचों में यात्रा करने वाले पुरुष यात्रियों को रेलवे अधिनियम (Railway Act ) की धारा 162 के तहत गिरफ्तार किया गया और आरपीएफ द्वारा मुकदमा चलाया गया.
साथ ही आरपीएफ में 10,568 रिक्तियों की भर्ती 2019 में पूरी हुई. भर्ती से पहले आरपीएफ में महिलाओं का प्रतिशत 3% (2312) था, भर्ती के बाद, यह 9% (6242) है. आरपीएफ केंद्रीय बल (central force) है जिसके रैंक में महिलाओं की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है.
सामान की वसूली पर, अरुण कुमार ने कहा कि 2019 से मई 2021 तक 37.13 करोड़ रुपये के सामान के कुल 22,835 मामलों में सामान उसके मालिक तक पहुंत चुके हैं.