कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के दिल्ली दौरे पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कहा है कि राज्यपाल ने ऐसा करके संवैधानिक नियमों का उल्लंघन किया है और उन्हें अब बंगाल नहीं लौटना चाहिए.
दूसरी ओर, भाजपा ने भी टीएमसी पर संविधान का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया है और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी से संवैधानिक पदों का सम्मान करने के लिए कहा है.
ये भी पढ़ें : प.बंगाल : पीएम केयर्स फंड से खुलेंगे 250 बिस्तरों वाले दो अस्थाई कोविड अस्पताल
टीएमसी के वरिष्ठ नेता और पार्टी प्रवक्ता सौगत राय ने धनखड़ पर कथित तौर पर संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन करने और राज्य सरकार को विश्वास में नहीं लेने के लिए हाल के दिनों में किए गए विभिन्न फैसलों और बयानों पर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा, 'हमने ऐसा राज्यपाल कभी नहीं देखा, जिसे संविधान और उसके मानदंडों का कोई सम्मान नहीं है. वह हर संवैधानिक नियम का उल्लंघन कर रहे हैं. हमारे संविधान के अनुसार, राज्यपाल को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिपरिषद के निर्देशों के अनुसार कार्य करना चाहिए, लेकिन वह इस तरह के किसी भी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं और अपनी सनक और कल्पना के अनुसार कार्य कर रहे हैं.'
'अंकलजी वापस मत आना'
उन्होंने आश्चर्य जताया कि वह दिल्ली क्यों गए हैं और केंद्रीय मंत्रियों से मिल रहे हैं. वहीं, सौगत रॉय की पार्टी के सहयोगी और सांसद महुआ मोइत्रा ने धनखड़ से राज्य में वापस नहीं आने को कहा है. उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, '15 जून को अंकलजी दिल्ली गए हैं, हम पर इतनी मेहरबानी करें कि वापस मत आना.'
गौरतलब है कि ममता सरकार से तल्खी के बीच राज्यपाल धनखड़ बुधवार रात अपने तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और प्रह्लाद सिंह पटेल से मुलाकात की. उन्होंने यात्रा के लिए कोई कारण नहीं बताया था.
ये भी पढ़ें : महाराष्ट्र : शिवसेना और भाजयुमो कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई
धनखड़ ने जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में प्रभार संभाला और तभी से उनके व ममता सरकार के बीच संबंध तल्ख रहे हैं.