नई दिल्ली: अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITC) को पिछले वित्तीय वर्ष में 545.74 करोड़ रुपये की भारी आय प्राप्त हुई. इसमें से 528.14 करोड़ रुपये चुनावी बॉन्ड से और 14.36 करोड़ रुपये शुल्क/चयन और प्राथमिक सदस्यों से संग्रह के माध्यम से प्राप्त हुए. पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को सौंपी गयी वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है.
चुनाव आयोग द्वारा शुक्रवार की देर शाम अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित की गई रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान टीएमसी की 96% आय इलेक्टोरल बॉन्ड से हुई थी. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2020-2021 के दौरान, टीएमसी ने चुनावी बांड से 42 करोड़ रुपये की आय घोषित की थी.
इस बीच, चुनाव आयोग द्वारा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के बारे में अपने वेबसाइट पर प्रकाशित की गई वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2021-2022 में पार्टी ने अपनी आय के रूप में 162.23 करोड़ रुपये घोषित की. इसी तरह, राष्ट्रवादी कांग्रेस की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट भी प्रकाशित की गई. पार्टी (राकांपा) ने दिखाया कि पार्टी को 75.84 करोड़ रुपये की आय हुई, जिसमें से 14 करोड़ रुपये चुनावी बांड से थे.
गौरतलब है कि पिछले साल 30 नवंबर को 7 प्रमुख राजनीतिक दलों की वार्षिक रिपोर्ट चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड की गई थी. इसके अनुसार भाजपा सरकार को वर्ष 2021 -2022 में योगदान के रूप में 614.53 करोड़ रुपये मिले थे. जबकि कांग्रेस को 95.45 करोड़ रुपये मिले. इन दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों का योगदान अकेले 7 राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त योगदान राशि का लगभग 90 प्रतिशत रहा.
बता दें कि 2019-20 की एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, संपत्ति के मामले में तब भाजपा पहले नंबर पर थी, वहीं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी. वहीं बहुजन समाज पार्टी दूसरे नंबर पर थी.