कोलकाता: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं. केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय मोर्चा बनाने की कोशिशों के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद सौगत रॉय (Sougata Roy) का बयान सामने आया है.
सौगत रॉय ने रविवार को कहा कि उनके राज्य में विपक्ष के 'इंद्रधनुषी गठबंधन' की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि उनकी पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ने और जीतने में काफी सक्षम है.
सौगत रॉय ने कोलकाता में कहा कि 'हम पश्चिम बंगाल में विपक्षी एकता के बिना भी काम चला सकते हैं. टीएमसी अकेले ही यहां संसदीय चुनाव लड़ने में सक्षम है. हमें बंगाल में विपक्षी एकता की जरूरत नहीं है.'
पिछले महीने पटना में शीर्ष विपक्षी दलों की एक मेगा बैठक में टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित नेताओं ने अगले आम चुनावों के लिए केंद्र में भाजपा के खिलाफ एक महागठबंधन बनाने के लिए पहला कदम उठाया.
बैठक के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में विपक्षी नेताओं ने कहा कि उन्होंने अपने मतभेदों को भुलाकर अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया है.
विपक्षी दलों की अगली बैठक 13 और 14 जुलाई को कांग्रेस शासित कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित होने वाली है. इसके अलावा, 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनावों से पहले राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती को लेकर सत्तारूढ़ टीएमसी और प्रमुख विपक्ष, भाजपा के बीच चल रही जुबानी जंग में रॉय ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार यह निर्देश नहीं दे सकते कि केंद्र कैसे पूरे राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती करेगा.
टीएमसी ने कहा कि 'कलकत्ता उच्च न्यायालय ने हाल ही में पश्चिम बंगाल में (पंचायत चुनाव के लिए) केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया. टीएमसी सरकार और राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) फैसले का पालन करने पर सहमत हुए हैं.'
टीएमसी ने कहा कि 'राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) जहां भी उचित समझेगा, केंद्रीय अर्ध बलों को तैनात करेगा. सुकांत मजूमदार यह तय नहीं कर सकते कि केंद्रीय बलों की तैनाती कैसे की जाएगी. विशेषाधिकार राज्य चुनाव आयोग के पास है.'
भाजपा के राज्य प्रमुख ने शनिवार को आरोप लगाया कि यदि मतदान केंद्रों के पास केंद्रीय सशस्त्र बलों को तैनात नहीं किया गया, तो टीएमसी पंचायत चुनावों में धांधली करेगी.
उन्होंने केंद्रीय बलों की उचित तैनाती सुनिश्चित करने के राज्य चुनाव पैनल की मंशा पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह संदेह से परे नहीं है.
(ANI)