नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा भाजपा सरकार की विभिन्न नीतियों के अपने कड़े विरोध के लिए जानी जाती हैं. टीएमसी सांसद ने ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' का मजाक उड़ाया और रेडियो प्रसारण को लेकर विवादास्पद ट्वीट कर दिया. उन्होंने रेडियो शो को 'मंकी बात' बताया और कहा कि वह पीएम के कार्यक्रम को नहीं सुनती हैं. एक रिपोर्ट को लेकर उन्होंने ट्वीट कर गुस्सा व्यक्त किया है.
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I haven’t listened to monkey baat either. Not once. Not ever. Am I going to be punished as well? Will l be forbidden from leaving my house for a week?
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जानकारी के अनुसार दावा किया गया था कि मन की बात नहीं सुनने के लिए 36 नर्सिंग छात्रों को दंडित किया गया था. जैसे ही यह खबर फैली, हंगामा मच गया. इस पर मोइत्रा ने विवाद में दखल दिया और लिखा 'मैंने बंदर की बात नहीं सुनी, एक बार नहीं कभी नहीं.' 'क्या मुझे भी सजा मिलेगी? मुझे एक हफ्ते तक घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा? यह अब वास्तव में चिंताजनक है.' रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 30 अप्रैल को, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' का 100वां एपिसोड प्रसारित होने वाला था, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन के छात्रों से इस कार्यक्रम को सुनने की उम्मीद थी.
अधिकारियों ने एक नोटिस में कहा कि 'मन की बात' 30 अप्रैल को थिएटर-1 में प्रसारित होगा. उन्होंने यह भी कहा कि पहले और तीसरे वर्ष के नर्सिंग छात्रों के लिए 100वें एपिसोड को सुनना अनिवार्य है. निर्देश की अनदेखी करते हुए केंद्र सरकार के नर्सिंग संस्थान के 36 छात्र 'मन की बात' के 100वें एपिसोड को सुनने के लिए संबंधित कार्यक्रम स्थल पर नहीं गए. 3 मई को, अधिकारियों ने एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि 28 तृतीय वर्ष के छात्र और 8 प्रथम वर्ष के छात्र एक सप्ताह के लिए छात्रावास से बाहर कदम नहीं रख सकते हैं. घटना का खुलासा गुरुवार को हुआ. पीजीआईएमईआर ने एक बयान में कहा, 'जिन नर्सिंग छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' के 100वें एपिसोड को नहीं सुना है, उन्हें छात्रावास से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.'
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