नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए दावा किया है कि वह रविवार को सर्वदलीय बैठक में 10 मिनट से भी कम समय तक रहें. वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ये मोदी ही हैं जिन्होंने 2014 से प्रधानमंत्री के तौर पर बैठक में शरीक होने की परंपरा शुरू की.
ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री सर, सच है कि आपने हिस्सा लिया. बैठक दो घंटे 40 मिनट चली. हमें आपके नौ मिनट मिलने की खुशी है. आपने तीन मिनट (हम लोगों को) सुना. फोटोग्राफरों/वीडियो कैमरामैन को दो मिनट दिए. हम लोगों से चार मिनट बोले. संसद सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक हुई' पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 1:28 मिनट पर विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने बोला. भारत सरकार से संसद और चर्चा के मुद्दों का मजाक नहीं उड़ाने का अनुरोध किया.
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अपराह्न 1:29 पर वह आए. अपराह्न 1:30 मिनट से 1:31 तक तस्वीरें खिंचवाई. अपराह्न 1:32 मिनट से 1:34 मिनट तक विपक्ष के अंतिम नेताओं ने अपने विचार रखे. 1:35 मिनट से 1:39 मिनट तक वह बोले. 1:40 मिनट पर वह चले गए (वह वहां नौ मिनट रहे).' ओ ब्रायन के ट्वीट के जवाब में जोशी ने दावा किया कि यह स्पष्ट है कि टीएमसी सांसद को मोदी के सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने से कुछ समस्या है. संसदीय कार्य मंत्री ने ट्वीट किया, 'श्रीमान ओ ब्रायन को जवाब देना चाहिए कि क्या किसी प्रधानमंत्री ने 2014 से पहले इस बैठक में शिरकत की थी ? यह मोदी जी हैं जिन्होंने 2014 से प्रधानमंत्री की उपस्थिति की परंपरा शुरू की.'
इसके पहले पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया, 'वह सवर्दलीय बैठक में शरीक हुए हैं. संसद का मॉनसून सत्र आरंभ होने से पहले सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया. हम उम्मीद करते हैं कि यह एक उत्पादक सत्र होगा, जिसमें सभी मुद्दों पर सार्थक तरीके से चर्चा होगी.' बैठक में 33 पार्टियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि जन प्रतिनिधियों, खासतौर पर विपक्ष के सुझाव महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे चर्चा को समृद्ध बनाते हैं.
(पीटीआई-भाषा)