कटवा (पश्चिम बंगाल) : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को बीआर आंबेडकर को उनकी जयंती पर याद करते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के नेता दलितों का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि तृणमूल कांग्रेस की एक महिला नेता ने हाल ही में अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के लोगों के बारे में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है.
नड्डा ने पूर्व बर्द्धमान जिले के कटवा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लेकिन ममता-दी ने टिप्पणी के लिए उस नेता की कोई आलोचना नहीं की है. नड्डा ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने एक धर्म विशेष के लोगों को एकजुट होने के लिए कहने पर तृणमूल प्रमुख ममता को 24 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया.
उन्होंने सवाल किया कि पिछले 10 वर्षों से पश्चिम बंगाल में यह कैसी सरकार है जो समाज को विभाजित करने के लिए काम करती है. नड्डा ने कहा कि मैं आप लोगों से आग्रह करता हूं कि राज्य के विकास के लिए उन पर स्थायी रोक की खातिर अपने मताधिकार का प्रयोग करें.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 130 करोड़ लोगों के विकास के लिए काम करते हैं. वहीं कोई व्यक्ति किसी धर्म विशेष के लोगों को एकजुट होने के लिए कह रहा है. भाजपा नेता ने कहा कि उनकी (ममता की) बेचैनी इतनी बढ़ गई है कि मुख्यमंत्री होने के बावजूद वह लोगों को सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के जवानों का घेराव करने के लिए कह रही हैं.
नड्डा ने बृहस्पतिवार को मनाए जाने वाले बंगाली नव वर्ष पर लोगों को अग्रिम बधाई देते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि हम अंधेरे से रोशनी की ओर बढ़ेंगे. पिछले साल दिसंबर में दक्षिण 24 परगना जिले में अपने काफिले पर हुए हमले का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा डर का माहौल बनाए जाने के बावजूद, बंगाल के लोग सत्तारूढ़ तृणमूल को उचित जवाब देने के लिए बहादुर हैं.
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उन्होंने कहा कि हम इस तरह के खतरों और हमलों से डरने वाले नहीं हैं और हम लोकतांत्रिक तरीकों से उचित जवाब देंगे. नड्डा ने इससे पहले दिन में उत्तर 24 परगना जिले के बोंगांव में एक रोड शो में भाग लिया जिसमें खासी संख्या में लोगों की भागीदारी थी.