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TMC का त्रिपुरा माकपा समर्थकों से पार्टी में शामिल होने की अपील

पश्चिम बंगाल में मंत्री बसु ने कहा कि जब भाजपा ने त्रिपुरा में आतंक फैलाना शुरू किया है, तो मुख्य विपक्षी दल माकपा के नेता विरोध करने के लिए सड़कों पर नहीं उतर रहे हैं. अगर नेता समर्थकों के साथ खड़े नहीं होते हैं तो उन्हें हमारी पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए.

तृणमूल कांग्रेस
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Published : Aug 15, 2021, 2:27 PM IST

अगरतला : तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress-TMC) के वरिष्ठ नेता ब्रात्य बसु ने त्रिपुरा में विपक्षी माकपा की भाजपा की ‘आतंक फैलाने की राज्य प्रायोजित युक्ति’ के विरोध में कथित रूप से सड़कों पर नहीं उतरने और पार्टी समर्थकों की रक्षा नहीं करने को लेकर आलोचना करते हुए वामपंथी समर्थकों से ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने की अपील की.

वर्ष 2018 में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा सत्ता से बेदखल होने से पहले 25 साल तक राज्य पर शासन कर चुके माकपा ने इस आरोप से इनकार किया और कहा कि उसके कार्यकर्ता और नेताओं ने भाजपा पार्टी के हमले का सबसे पहले सामना किया है.

पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ तृणमूल नेता उत्तर-पूर्वी राज्य का दौरा कर रहे हैं जहां 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं.

पश्चिम बंगाल में मंत्री बसु ने कहा कि जब भाजपा ने त्रिपुरा में आतंक फैलाना शुरू किया है, तो मुख्य विपक्षी दल माकपा के नेता विरोध करने के लिए सड़कों पर नहीं उतर रहे हैं. अगर नेता समर्थकों के साथ खड़े नहीं होते हैं तो उन्हें हमारी पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए.

बसु ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि माकपा को तृणमूल कांग्रेस का विरोध करके भाजपा की मदद नहीं करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा आतंक फैलाये जाने के बाद राज्य के लोग आश्रय तलाश रहे हैं.

भाजपा कार्यकर्ताओं के कथित हमले में घायल हुए लोगों सहित तृणमूल के कम से कम 14 नेताओं और कार्यकर्ताओं को 8 अगस्त को ‘कोविड मानदंडों का उल्लंघन’ करने के आरोप में त्रिपुरा में गिरफ्तार किया गया था.

पढ़ें : TMC के 'खेला होबे' पर बिफरे त्रिपुरा के डिप्टी CM, बोले- चुनाव खेल नहीं है

बसु ने कहा कि हम पर भाजपा के प्रश्रय प्राप्त गुंडों द्वारा हमला किया गया और हमारे खिलाफ मामला दर्ज किया गया लेकिन हम डरे नहीं. यह एक राज्य प्रायोजित भय उत्पन्न करने की रणनीति है, लेकिन हम इसका सामना करना जानते हैं. ममता दी (बनर्जी) हमारे साथ हैं. अगर आपके (माकपा कार्यकर्ता) नेता आपको सुरक्षा नहीं दे रहे हैं तो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो जाएं.

बसु ने यह दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में अगले विधानसभा चुनाव में सत्ता पर काबिज होगी. बसु ने दावा किया कि कांग्रेस और भाजपा के बड़ी संख्या में नेता तृणमूल के संपर्क में हैं. तृणमूल ने 1999 में त्रिपुरा में अपना संगठन शुरू किया था जब पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुधीर रंजन मजूमदार पार्टी में शामिल हुए थे.

कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रकाश दास, भाजपा के पूर्व पदाधिकारी सुबल भौमिक, प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शांतनु साहा और अन्य हाल ही में तृणमूल में शामिल हुए.

अगरतला : तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress-TMC) के वरिष्ठ नेता ब्रात्य बसु ने त्रिपुरा में विपक्षी माकपा की भाजपा की ‘आतंक फैलाने की राज्य प्रायोजित युक्ति’ के विरोध में कथित रूप से सड़कों पर नहीं उतरने और पार्टी समर्थकों की रक्षा नहीं करने को लेकर आलोचना करते हुए वामपंथी समर्थकों से ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने की अपील की.

वर्ष 2018 में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा सत्ता से बेदखल होने से पहले 25 साल तक राज्य पर शासन कर चुके माकपा ने इस आरोप से इनकार किया और कहा कि उसके कार्यकर्ता और नेताओं ने भाजपा पार्टी के हमले का सबसे पहले सामना किया है.

पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ तृणमूल नेता उत्तर-पूर्वी राज्य का दौरा कर रहे हैं जहां 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं.

पश्चिम बंगाल में मंत्री बसु ने कहा कि जब भाजपा ने त्रिपुरा में आतंक फैलाना शुरू किया है, तो मुख्य विपक्षी दल माकपा के नेता विरोध करने के लिए सड़कों पर नहीं उतर रहे हैं. अगर नेता समर्थकों के साथ खड़े नहीं होते हैं तो उन्हें हमारी पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए.

बसु ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि माकपा को तृणमूल कांग्रेस का विरोध करके भाजपा की मदद नहीं करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा आतंक फैलाये जाने के बाद राज्य के लोग आश्रय तलाश रहे हैं.

भाजपा कार्यकर्ताओं के कथित हमले में घायल हुए लोगों सहित तृणमूल के कम से कम 14 नेताओं और कार्यकर्ताओं को 8 अगस्त को ‘कोविड मानदंडों का उल्लंघन’ करने के आरोप में त्रिपुरा में गिरफ्तार किया गया था.

पढ़ें : TMC के 'खेला होबे' पर बिफरे त्रिपुरा के डिप्टी CM, बोले- चुनाव खेल नहीं है

बसु ने कहा कि हम पर भाजपा के प्रश्रय प्राप्त गुंडों द्वारा हमला किया गया और हमारे खिलाफ मामला दर्ज किया गया लेकिन हम डरे नहीं. यह एक राज्य प्रायोजित भय उत्पन्न करने की रणनीति है, लेकिन हम इसका सामना करना जानते हैं. ममता दी (बनर्जी) हमारे साथ हैं. अगर आपके (माकपा कार्यकर्ता) नेता आपको सुरक्षा नहीं दे रहे हैं तो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो जाएं.

बसु ने यह दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में अगले विधानसभा चुनाव में सत्ता पर काबिज होगी. बसु ने दावा किया कि कांग्रेस और भाजपा के बड़ी संख्या में नेता तृणमूल के संपर्क में हैं. तृणमूल ने 1999 में त्रिपुरा में अपना संगठन शुरू किया था जब पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुधीर रंजन मजूमदार पार्टी में शामिल हुए थे.

कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रकाश दास, भाजपा के पूर्व पदाधिकारी सुबल भौमिक, प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शांतनु साहा और अन्य हाल ही में तृणमूल में शामिल हुए.

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