इंफाल : मणिपुर के कांगपोकपी जिले में मंगलवार सुबह अज्ञात लोगों ने कम से कम तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हमला कांगगुई इलाके में इरेंग और करम वैफेई गांवों के बीच हुआ. अधिकारी ने कहा कि अभी हमारे पास ज्यादा विवरण नहीं है. हम केवल इतना जानते हैं कि घटना सुबह करीब 8.20 बजे हुई जब अज्ञात लोगों ने इरेंग और करम वैफेई के बीच एक इलाके में तीन नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी.
'मन की बात' में पीएम से मणिपुर के मु्द्दे पर बात करने की मांग : इससे पहले मणिपुर के इंफाल में रविवार को लोगों ने धरना प्रदर्शन कर एन. बीरेन सिंह सरकार से राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की मांग की. प्रदर्शनकारी इंफाल पश्चिम जिले के संगाइप्रोउ इलाके में इकट्ठे हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार शांति बहाल करने के लिए उचित कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में मणिपुर के मुद्दे पर बात करने के लिए भी कहा.
बता दें कि मंगलवार को यह घटना 8 सितंबर को तेंगनौपाल जिले के पल्लेल में हुई हिंसा के ठीक बाद हुई है. आठ सितंबर को तीन लोग मारे गए थे और 50 से अधिक घायल हो गए थे. मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अबतक करीब 160 से अधिक लोग मारे गए हैं. कई सौ लोग घायल हुए हैं.
ये भी पढ़ें |
बहुसंख्यक मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 3 मई को 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद से राज्य भर में हिंसा की घटनायें हो रही हैं. जानकारी के मुताबिक, मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नागा और कुकी सहित आदिवासी 40 प्रतिशत हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं.
(पीटीआई)