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त्रिपुरा पुलिस के सामने NLFT के 3 हार्डकोर उग्रवादियों ने डाले हथियार - म्यांमार और बांग्लादेश ट्रैनिंग कैम्प

त्रिपुरा पुलिस के सामने NLFT के 3 हार्डकोर उग्रवादियों ने हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया है. तीनों उग्रवादी राज्य के सीमांत इलाकों में रंगदारी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे. पुलिस के मुताबिक, जंगल में कष्टदायक जिंदगी और अपने नेताओं के दुर्व्यवहार से परेशान होकर उन्होंने आत्मसमर्पण किया है.

3 हार्डकोर उग्रवादियों ने डाले हथियार
3 हार्डकोर उग्रवादियों ने डाले हथियार
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Published : May 14, 2021, 8:28 AM IST

अगरतलाः प्रतिबंधित संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) के 3 हार्डकोर उग्रवादियों ने त्रिपुरा पुलिस के सामने हथियार डाल दिए हैं. तीनों उग्रवादियों का नाम रुपाधन देबबर्मा रुफाई (30), अमुश त्रिपुरा उर्फ सेंगखारी (32) और दिलीप देबबर्मा उर्फ मोमफाल (43) है.

जानकारी के मुताबिक, इन तीनों उग्रवादियों ने स्पेशल ब्रांच मुख्यालय में पांच जिंदा कारतूस और एक पिस्तौल जमा कराने के साथ खुद को त्रिपुरा पुलिस के हवाले कर दिया.

प्राथमिक जांच से पता चला है कि जंगल में कष्टदायक जिंदगी, अपने नेताओं के दुर्व्यवहार से परेशान और केंद्रीय बल व टीएसआर के साथ त्रिपुरा पुलिस के संयुक्त अभियान से भयभीत होकर उन्होंने आत्मसमर्पण किया है. उन्होंने समाज के मुख्यस्रोत में शामिल होने का निश्चय किया है.

पढ़ेंः अपराधियों ने संसदीय प्रजातांत्रिक मूल्यों को किया चौपट

बता दें कि 2018 में ये तीनों लोग NLFT में शामिल हुए थे. इसके बाद उन्होंने एनएलएफटी (बीएम) के म्यांमार और बांग्लादेश ट्रैनिंग कैम्प में प्रशिक्षण लिया था. ये तीनों राज्य के सीमांत इलाकों में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे.

अगरतलाः प्रतिबंधित संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) के 3 हार्डकोर उग्रवादियों ने त्रिपुरा पुलिस के सामने हथियार डाल दिए हैं. तीनों उग्रवादियों का नाम रुपाधन देबबर्मा रुफाई (30), अमुश त्रिपुरा उर्फ सेंगखारी (32) और दिलीप देबबर्मा उर्फ मोमफाल (43) है.

जानकारी के मुताबिक, इन तीनों उग्रवादियों ने स्पेशल ब्रांच मुख्यालय में पांच जिंदा कारतूस और एक पिस्तौल जमा कराने के साथ खुद को त्रिपुरा पुलिस के हवाले कर दिया.

प्राथमिक जांच से पता चला है कि जंगल में कष्टदायक जिंदगी, अपने नेताओं के दुर्व्यवहार से परेशान और केंद्रीय बल व टीएसआर के साथ त्रिपुरा पुलिस के संयुक्त अभियान से भयभीत होकर उन्होंने आत्मसमर्पण किया है. उन्होंने समाज के मुख्यस्रोत में शामिल होने का निश्चय किया है.

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बता दें कि 2018 में ये तीनों लोग NLFT में शामिल हुए थे. इसके बाद उन्होंने एनएलएफटी (बीएम) के म्यांमार और बांग्लादेश ट्रैनिंग कैम्प में प्रशिक्षण लिया था. ये तीनों राज्य के सीमांत इलाकों में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे.

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