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केरल में 7 साल के बच्चे की जान बचाने के लिए लग रही हजारों लोगों की लाइन

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Published : Mar 26, 2022, 3:36 PM IST

Updated : Mar 26, 2022, 5:38 PM IST

केरल के तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram of Kerala) में एक ब्लड बैंक के बाहर हजारों लोग लाइन लगा रहे हैं. दरअसल, यह कवायद इसलिए हो रही है क्योंकि एक विशेष प्रकार के ब्लड कैंसर से पीड़ित (suffering from blood cancer) सात साल के एक मासूम की जान बचाई जा सके.

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तिरुवनंतपुरम: केरल के तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram of Kerala) में एक ब्लड बैंक के बाहर हजारों लोग लाइन लगा रहे हैं. दरअसल, यह कवायद इसलिए हो रही है कि एक विशेष प्रकार के ब्लड कैंसर (suffering from blood cancer) से पीड़ित सात साल के एक मासूम की जान बचाई जा सके. 7 वर्षीय श्रीनंद को मिलान स्टेम सेल की जरूरत है, जिसके लिए लोग अपनी लार के नमूने दे रहे हैं.

चिकित्सकों की मानें तो इस बीमारी के कारण श्रीनंद की स्टेम कोशिकाएं नष्ट हो गई हैं और उनकी अस्थि मज्जा से अब खून नहीं बन पा रहा है. यह बच्चा फिलहाल नियमित रक्त चढ़ाने की वजह से जीवित है. उसको जीवित रखने के लिए स्टेम सेल थेरेपी जरूरी है. इसीलिए रक्त दाता फर्म ने केरल की राजधानी में एक अभियान शुरू किया है ताकि बच्चे को एक उचित डोनर मिल सके. ऐसा इसलिए क्योंकि श्रीनंद के लिए उनके परिवार और अन्य जगहों से डोनर खोजने के सभी प्रयास विफल हो गए हैं.

मीडिया के माध्यम से बच्चे की जानकारी मिली, तो हजारों लोग शिविर में पहुंच रहे हैं. केंद्र में पहुंचे स्वयंसेवकों के लार के नमूने एकत्रित किए जा रहे हैं. मैच के लिए जांच की जाएगी जिसके परिणाम 45 दिनों के बाद आएंगे. आयोजकों को उम्मीद है कि श्रीनंद के लिए मैचिंग स्टेम सेल डोनर मिल जाएगा. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 से 50 के बीच हो वह डोनर हो सकता है. यदि नमूने श्रीनंद के साथ मेल खाते हैं तो डोनर को बच्चे के इलाज के लिए केवल एक बोतल खून देने की जरूरत है.

यह भी पढ़ें- टीकाकरण प्रमाणपत्रों पर फिर दिखेगी प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर: सूत्र

रक्त दाता फर्म ने कहा कि वह रजिस्टर्ड हुए सभी डोनर्स के परिणामों को प्रकाशित करेगी. उन्हें आशा है कि वह जल्द ही बच्चे के लिए उपयुक्त डोनर मिल जाएगा. श्रीनंद तिरुवनंतपुरम के उल्लूर निवासी रंजीत बाबू व आशा का पुत्र है. अभी तक बच्चे का इलाज कोच्चि के अमृता अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उसे दो महीने पहले रक्त कैंसर के इस दुर्लभ स्वरूप का पता चला था.

तिरुवनंतपुरम: केरल के तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram of Kerala) में एक ब्लड बैंक के बाहर हजारों लोग लाइन लगा रहे हैं. दरअसल, यह कवायद इसलिए हो रही है कि एक विशेष प्रकार के ब्लड कैंसर (suffering from blood cancer) से पीड़ित सात साल के एक मासूम की जान बचाई जा सके. 7 वर्षीय श्रीनंद को मिलान स्टेम सेल की जरूरत है, जिसके लिए लोग अपनी लार के नमूने दे रहे हैं.

चिकित्सकों की मानें तो इस बीमारी के कारण श्रीनंद की स्टेम कोशिकाएं नष्ट हो गई हैं और उनकी अस्थि मज्जा से अब खून नहीं बन पा रहा है. यह बच्चा फिलहाल नियमित रक्त चढ़ाने की वजह से जीवित है. उसको जीवित रखने के लिए स्टेम सेल थेरेपी जरूरी है. इसीलिए रक्त दाता फर्म ने केरल की राजधानी में एक अभियान शुरू किया है ताकि बच्चे को एक उचित डोनर मिल सके. ऐसा इसलिए क्योंकि श्रीनंद के लिए उनके परिवार और अन्य जगहों से डोनर खोजने के सभी प्रयास विफल हो गए हैं.

मीडिया के माध्यम से बच्चे की जानकारी मिली, तो हजारों लोग शिविर में पहुंच रहे हैं. केंद्र में पहुंचे स्वयंसेवकों के लार के नमूने एकत्रित किए जा रहे हैं. मैच के लिए जांच की जाएगी जिसके परिणाम 45 दिनों के बाद आएंगे. आयोजकों को उम्मीद है कि श्रीनंद के लिए मैचिंग स्टेम सेल डोनर मिल जाएगा. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 से 50 के बीच हो वह डोनर हो सकता है. यदि नमूने श्रीनंद के साथ मेल खाते हैं तो डोनर को बच्चे के इलाज के लिए केवल एक बोतल खून देने की जरूरत है.

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रक्त दाता फर्म ने कहा कि वह रजिस्टर्ड हुए सभी डोनर्स के परिणामों को प्रकाशित करेगी. उन्हें आशा है कि वह जल्द ही बच्चे के लिए उपयुक्त डोनर मिल जाएगा. श्रीनंद तिरुवनंतपुरम के उल्लूर निवासी रंजीत बाबू व आशा का पुत्र है. अभी तक बच्चे का इलाज कोच्चि के अमृता अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उसे दो महीने पहले रक्त कैंसर के इस दुर्लभ स्वरूप का पता चला था.

Last Updated : Mar 26, 2022, 5:38 PM IST
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