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Bunny Festival in AP: बन्नी उत्सव में इस साल भी हो रही लाठियों से लड़ाई, पुलिस ने किए रोकने के इंतजाम - Bunny Festival in AP

आंध्र प्रदेश के कुरनूल में हर साल दशहरे के त्योहार पर बन्नी उत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाठियों से लड़ाई की जाती है. इस लड़ाई में कई लोग घायल भी हो जाते हैं. इस पर रोक लगाने के लिए अदालतों ने आदेश भी दिए, लेकिन इसके बाद भी यह प्रथा चलती चली आ रही है. Bunny Festival, Bunny Festival in Andhra Pradesh, Fight in Bunny Festival, Bunny Festival in AP.

Banni Utsav in Kurnool, Andhra Pradesh
आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बन्नी उत्सव
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 24, 2023, 9:48 PM IST

आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बन्नी उत्सव

कुरनूल: दशहरा आते ही आंध्र प्रदेश के लोगों की निगाहें कुरनूल जिले पर होती हैं. इसका कारण यह है कि यहां बन्नी उत्सव में छड़ी की लड़ाई होती है. अदालतों ने इस त्योहार के दौरान होने वाली हिंसा को रोकने के आदेश जारी किए हैं, इसके चलते अधिकारियों द्वारा इस त्योहार को जिस तरह से आयोजित किया गया, उसे लेकर जनता में निराशा नजर आई.

कुरनूल जिले के देवरगट्टू में मंगलवार को आधी रात को छड़ी लड़ाई का आयोजन किया जाएगा. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि विजयादशमी के अवसर पर छड़ी लड़ाई के दौरान हिंसा का सहारा लिए बिना बनी उत्सव आयोजित किया जाए. अलुरु निर्वाचन क्षेत्र में छड़ी लड़ाई कई वर्षों से मनाई जाती रही है.

माला मल्लेश्वर स्वामी मंदिर होलागुंडा मंडल के देवरगट्टू गांव में एक पहाड़ी पर स्थित है. दशहरे की आधी रात को इस मंदिर की मूर्तियों मलम्मा और मल्लेश्वर स्वामी का कल्याण (विवाह) किया जाता है. बाद में, मूर्तियों को पहाड़ी के चारों ओर घुमाया जाता है. इन उत्सव की मूर्तियों को प्राप्त करने के लिए तीन गांवों के लोग एक समूह बनाते हैं और पांच गांवों के लोग एक और समूह बनाते हैं और उत्सव की मूर्तियों के सामने लाठियों के साथ एक-दूसरे का सामना करते हैं. इसे बनी उत्सव के नाम से जाना जाता है.

मलम्मा और मल्लेश्वर स्वामी द्वारा राक्षस को मारने के बाद भक्त बन्नी उत्सव का आयोजन करते आ रहे हैं. विभिन्न गांवों के लोग समूह बनाते हैं और अपने देवता को पकड़ने के लिए लाठियों से लड़ते हैं. मालामल्लेश्वर स्वामी में बन्नी उत्सवम में हजारों भक्त भाग लेते हैं, जो लगभग 800 फीट ऊंची पहाड़ियों पर आयोजित किया जाता है.

पुलिस का बंदोबस्त: बन्नी फेस्टिवल के दौरान कोई हिंसा न हो इसके लिए अधिकारियों और पुलिस ने कड़े इंतजाम किए हैं. शराब पर नियंत्रण के लिए निरीक्षण किया गया. कैमरों और मुफ्ती पुलिस टीमों के साथ निगरानी मजबूत कर दी गई है. जिले के एसपी कृष्णकांत ने कहा कि 100 कैमरे, 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी, 2 विशेष बल और ड्रोन कैमरों के साथ भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बन्नी उत्सव

कुरनूल: दशहरा आते ही आंध्र प्रदेश के लोगों की निगाहें कुरनूल जिले पर होती हैं. इसका कारण यह है कि यहां बन्नी उत्सव में छड़ी की लड़ाई होती है. अदालतों ने इस त्योहार के दौरान होने वाली हिंसा को रोकने के आदेश जारी किए हैं, इसके चलते अधिकारियों द्वारा इस त्योहार को जिस तरह से आयोजित किया गया, उसे लेकर जनता में निराशा नजर आई.

कुरनूल जिले के देवरगट्टू में मंगलवार को आधी रात को छड़ी लड़ाई का आयोजन किया जाएगा. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि विजयादशमी के अवसर पर छड़ी लड़ाई के दौरान हिंसा का सहारा लिए बिना बनी उत्सव आयोजित किया जाए. अलुरु निर्वाचन क्षेत्र में छड़ी लड़ाई कई वर्षों से मनाई जाती रही है.

माला मल्लेश्वर स्वामी मंदिर होलागुंडा मंडल के देवरगट्टू गांव में एक पहाड़ी पर स्थित है. दशहरे की आधी रात को इस मंदिर की मूर्तियों मलम्मा और मल्लेश्वर स्वामी का कल्याण (विवाह) किया जाता है. बाद में, मूर्तियों को पहाड़ी के चारों ओर घुमाया जाता है. इन उत्सव की मूर्तियों को प्राप्त करने के लिए तीन गांवों के लोग एक समूह बनाते हैं और पांच गांवों के लोग एक और समूह बनाते हैं और उत्सव की मूर्तियों के सामने लाठियों के साथ एक-दूसरे का सामना करते हैं. इसे बनी उत्सव के नाम से जाना जाता है.

मलम्मा और मल्लेश्वर स्वामी द्वारा राक्षस को मारने के बाद भक्त बन्नी उत्सव का आयोजन करते आ रहे हैं. विभिन्न गांवों के लोग समूह बनाते हैं और अपने देवता को पकड़ने के लिए लाठियों से लड़ते हैं. मालामल्लेश्वर स्वामी में बन्नी उत्सवम में हजारों भक्त भाग लेते हैं, जो लगभग 800 फीट ऊंची पहाड़ियों पर आयोजित किया जाता है.

पुलिस का बंदोबस्त: बन्नी फेस्टिवल के दौरान कोई हिंसा न हो इसके लिए अधिकारियों और पुलिस ने कड़े इंतजाम किए हैं. शराब पर नियंत्रण के लिए निरीक्षण किया गया. कैमरों और मुफ्ती पुलिस टीमों के साथ निगरानी मजबूत कर दी गई है. जिले के एसपी कृष्णकांत ने कहा कि 100 कैमरे, 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी, 2 विशेष बल और ड्रोन कैमरों के साथ भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

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