लखनऊ: देश में तमाम ऐसे नेता हैं, जिनके पास लग्जरी गाड़ियों की भरमार है. वहीं, कुछ ऐसे नेता भी हैं, जो सवारी तो आलीशान गाड़ियों में करते हैं, लेकिन उनके पास खुद की कार नहीं है. चलिए अब आपको उत्तर प्रदेश के चर्चित बे 'कार' सियासी दिग्गजों के बारे में बताते हैं.
सबसे पहले इस सूची में नाम आता है समाजवादी पार्टी के संस्थापक व सर्वेसर्वा मुलायम सिंह यादव का. साल 2019 में चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामे में मुलायम सिंह यादव ने अपनी संपत्ति करीब 20 करोड़ रुपये बताई थी, लेकिन इस हलफनामे में उन्होंने कहा था कि उनके पास कोई कार नहीं है. भले ही उनके पास कोई कार न हो, पर वे आलीशान लग्जरी कारों की सवारी करते रहते हैं.
इस सूची में दूसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का नाम है. मुलायम सिंह यादव की तरह ही इनके पास भी अपना खुद की कोई कार नहीं है. इस बात की जानकारी मायावती ने खुद अपने चुनावी हलफनामे में दी थी.
वहीं, तीसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम है. मुलायम और मायावती की तरह ही अखिलेश यादव भी बे 'कार' हैं. यानी सपा अध्यक्ष के पास भी अपनी कोई कार नहीं है.
इससे इतर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के नाम पर भी कोई कार नहीं है. साल 2019 में डिंपल ने चुनाव आयोग को जो हलफनामा दिया था, उसमें उक्त जानकारी दी थी. वहीं, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी ने भी चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में बताया है कि उनके पास कार है. इस सूची में अगला नाम कभी मायावती के बेहद खास व भरोसेमंद रहे स्वामी प्रसाद मौर्य है, जो अब भाजपा में हैं. बसपा सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद के पास भी अपनी कोई कार नहीं है.
वहीं, योगी सरकार में मंत्री व लखनऊ के सरोजिनी नगर से भाजपा विधायक स्वाति सिंह के पास भी कोई कार नहीं है. हालांकि, उनके पास वाहन के नाम पर केवल 20 हजार की एक स्कूटी होने की उन्होंने चुनावी हलफनामे में जानकारी दी थी.
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इसके बाद बे 'कार' नेता की सूची में रायबरेली से बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह का नाम आता है. वह रायबरेली से कांग्रेस की विधायक हैं. अदिति ने 2017 में अपनी संपत्ति का ब्योरा देते हुए बताया था कि उनके पास कोई कार नहीं है.