भरतपुर. रीट भर्ती 2018 में एमबीसी वर्ग के 372 पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर एमबीसी वर्ग के युवक-युवती एक बार फिर प्रदर्शन की राह पर उतर गए. बयाना कस्बे में गुरुवार सुबह 12 युवा एक सप्ताह बाद फिर से पानी की टंकी पर चढ़ गए. ये युवा गुर्जर समाज के प्रतिनिधिमंडल की सरकार से वार्ता नहीं होने और अपनी मांगें पूरी नहीं होने से नाराज हैं. मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और युवाओं की समझाइश करके उन्हें नीचे उतारने का प्रयास किया. जिसके बाद गुरुवार शाम को वे नीचे उतर आए.
दरअसल, गुरुवार सुबह करीब 6.30 बजे एमबीसी वर्ग के 12 युवक-युवतियां बयाना कस्बे की कुंडा स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए. युवाओं का कहना था कि हमें सचिवालय से सरकार के प्रतिनिधियों से वार्ता कराने का आश्वासन मिला था, लेकिन अभी तक वार्ता नहीं कराई गई है और न ही मांग पूरी की गई है. ऐसे में मजबूरन हमें फिर से पानी की टंकी पर चढ़ना पड़ा है.
पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा : एमबीसी वर्ग के युवाओं का कहना है कि जब तक रीट भर्ती 2018 के 372 पदों पर एमबीसी वर्ग के युवाओं की नियुक्ति के पत्र नहीं दिए जाएंगे, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. युवाओं के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. अधिकारी युवाओं की समझाइश करते हुए नीचे उतारने का प्रयास करने लगे. बता दें कि 27 सितंबर को भी एमबीसी वर्ग के युवा इसी पानी की टंकी पर चढ़े थे. युवाओं की मांग है कि रीट भर्ती 2018 में 372 पदों पर एमबीसी वर्ग के युवक-युवतियों को नियुक्ति दी जाए. इस बात को लेकर गुर्जर समाज के प्रतिनिधिमंडल जयपुर पहुंचा था और सचिवालय से सरकार के प्रतिनिधियों से वार्ता करने का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन एक सप्ताह गुजरने के बाद भी सरकार ने गुर्जर समाज के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता नहीं की है.
समझाइश के बाद पानी की टंकी से उतरे एमबीसी वर्ग के युवा : रीट भर्ती परीक्षा 2018 में 372 पदों पर एमबीसी वर्ग के युवाओं को नियुक्ति देने की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े युवा गुरुवार शाम को नीचे उतर आए. जिला कलेक्टर से हुई वार्ता के बाद सभी युवक-युवती नीचे उतर आए.