अहमदाबाद: गुजरात में अहमदाबाद के चांदलोडिया स्थित एक स्कूल में एक शिक्षक ने मासूम बच्चे को बुरी तरह से पीट दिया. इस घटना की जानकारी माता-पिता को तब हुई, जब पिटाई के कारण बच्चे का पैर सूज गया. इसकी जानकारी माता-पिता ने स्कूल संचालक को दी. इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन ने शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद परिजनों और स्कूल प्रबंधन के बीच विवाद खड़ा हो गया. इस विवाद के बाद शिक्षक को नौकरी से निलंबित कर दिया गया.
पूरे मामले पर बच्चे के पिता भाई लाल मकवाना ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत की. उन्होंने बताया कि उनका साढ़े पांच साल का बेटा दर्शन मकवाना चंदलोडिया के शक्ति विद्यालय में सीनियर केजी-2 में पढ़ता है. शनिवार की शाम उनके बेटे को स्कूल में पीटा गया. बच्चे के घर आने के बाद कपड़े बदलते समय उसकी मां की नजर पिटाई के निशानों पर पड़ी. बच्चे के शरीर पर पिटाई के निशान देखकर उसकी मां को घटना की जानकारी हुई.
उन्होंने आगे कहा कि मेरे बेटे को बुखार भी हो गया. अंत में बच्चे ने टीचर द्वारा पीटे जाने की बात बताई. फिर इसकी शिकायत मेरी पत्नी स्कूल गई. शिकायत पर टीचर ने कहा कि आगे से ऐसा नहीं होगा. लेकिन टीचर पर कोई कार्रवाई नहीं की. बच्चे के माता-पिता का कहना है कि यह शिक्षक पिछले एक महीने से मेरे बच्चे को मार रही थी. मेरे बेटे को एक बार शर्ट खींचकर पीटा गया था. एक बार उसका सिर फर्श पर टकरा दिया. उस दौरान भी उसकी नाक पर चोट आई थी.
शक्ति विद्यालय के ट्रस्टी मानेकलाल पटेल ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत में बताया कि बच्चे के पिता ने हमें सब बातें बताईं. ऐसा प्रतीत होता है कि बच्चे को मारा गया है. इसलिए इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने शिक्षिका कल्पना बेन पटेल को नौकरी से निलंबित कर दिया है. अन्य शिक्षकों को भी बुलाकर निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी छात्र के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए.