नई दिल्ली : थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलग-अलग मुलाकात की. उन्हें अग्निपथ योजना के क्रियान्वयन संबंधी अपनी योजना से अवगत कराया. सेना प्रमुखों ने नई भर्ती योजना के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शन से जुड़े मुद्दों को लेकर भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी. माना जाता है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने मोदी को समग्र भर्ती प्रक्रिया और योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए उनके द्वारा उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराया.
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बैठकों को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. केंद्र ने इस योजना का लगातार पुरजोर बचाव करते हुए कहा है कि सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए ये 'परिवर्तनकारी सुधार' उपाय युवाओं को देश की सेवा करने का अवसर प्रदान करेगा. सेना की ओर से कहा गया है कि अग्निपथ योजना से सैनिकों के लिए भर्ती की मौजूदा प्रणाली में कोई बदलाव नहीं होगा. इससे उनकी परिचालन तैयारी भी प्रभावित नहीं करेगी.
इसके कुछ ही घंटों बाद तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की।गौरतलब है कि अग्निपथ योजना 14 जून को घोषित की गई थी, जिसमें साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान है. चार साल बाद इनमें से केवल 25 प्रतिशत युवाओं की सेवा नियमित करने का प्रावधान है. इस योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन होने के बीच सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को इस साल के लिये बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया है.