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ब्रिटिश सरकार ने योगी को लगातार दूसरी बार CM बनने पर दी बधाई, उच्चायुक्त ने जताई मिलने की इच्छा

भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्‍स एलिस ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री निर्वाचित होने पर उन्हें पत्र लिखकर ब्रिटिश सरकार की ओर से बधाई दी. साथ ही उन्होंने योगी से मिलने की भी इच्छा जताई.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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Published : Mar 28, 2022, 9:48 AM IST

लखनऊ: भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ब्रिटिश सरकार की ओर से प्रदेश का दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर पत्र लिखकर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने की भी इच्छा जाहिर की. ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने अपने पत्र में इस बात उल्लेख किया है कि वर्ष 2021 में भारत और यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्रियों के बीच आपसी संबंधों के मद्देनजर हुई सहमति के 10 वर्ष के रोड मैप के अनुसार यूनाइटेड किंगडम उत्तर प्रदेश के लिए एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय साझेदार बनना चाहता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके बीच हुई पिछली मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश और यूनाइटेड किंगडम के मध्य व्यापार और निवेश बढ़ाने के संबंध में जो विचार-विमर्श हुआ था, उस पर वे कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

पिछली बैठक के बाद से कई एजेंडा मदों पर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. ब्रिटिश काउंसिलिंग के नए 'गोइंग ग्लोबल पार्टनरशिप एक्सप्लोरेटरी ग्रांट्स' (Going Global Partnerships Grant) के अंतर्गत शिक्षा पर यूके के तीन संस्थानों ने नोएडा में एमिटी विश्वविद्यालय (Amity University) के साथ एक सहयोग किया है, ताकि विजेताओं को यूपी और यूनाइटेड किंगडम के विश्वविद्यालयों के बीच अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा और शिक्षण सहयोग के लिए मजबूत रणनीतियों को विकसित करने में मदद मिल सके.

ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि ब्रिटिश काउंसिल की ओर से प्रदान किए गए 'दोस्तों के साथ अंग्रेजी सीखें' डिजिटल लर्निंग संसाधनों के माध्यम से 750 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की छात्राओं ने सामयिक शब्दावली सीखी है और संवादात्मक अंग्रेजी में अपनी क्षमता विकसित करने वाले सरल संवादों और वाक्यांशों का उपयोग करके तुंरत इसका अभ्यास किया है. एलिस ने कहा कि दक्षिण एशिया के लिए यूके सरकार के व्यापार आयुक्त एलेन गेमेल और भारत में ब्रिटेन की उप उच्चायुक्त जैन थॉम्पसन उत्तर प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ परिचयात्मक बैठकों के लिए शीघ्र ही लखनऊ आएंगे.

प्रदेश में पहले से ही कई ब्रिटिश कंपनियां अपना निवेश कर चुकी हैं, जिनमें वेबले एंड स्कॉट (Webley & Scott) शामिल है. इस कंपनी का संयंत्र हरदोई में स्थापित किया गया है और इसमें 55 लोगों को नौकरियां मिली हैं. कंपनी अगले 12 महीनों में एक नया कारखाना स्थापित करने की योजना बना रही है. जिसके माध्यम से 150 लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रदेश में निवेश करने वाली अन्य ब्रिटिश कम्पनियों में ट्रिनिटी नैचुरल गैस, हिन्दुस्तान यूनीलीवर (Hindustan Unilever), एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड्स शामिल हैं.

ब्रिटिश उच्चायुक्त ने अपने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि मेरठ में हाल ही में शुरू की गई मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (major dhyan chand sports university) का वे स्वागत करते हैं. इसके माध्यम से खेलों में और सहयोग के अवसर को देखा जा सकता है. इसमें सर्वोत्तम खेल सफलता प्रदान करने के लिए तंत्र और संरचनाओं में यूके की विशेषज्ञता साझा करना शामिल हो सकता है. वहीं, सुरक्षा और पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने कहा कि सितंबर, 2021 में 'उत्तर प्रदेश-यूनाइटेड उद्योग पुलिस आधुनिकीकरण संगोष्ठी' के पश्चात इस संबंध में आगे कार्य किया जा सकता है. ताकि आधुनिक साक्ष्य संग्रह, फॉरेंसिक और साइबर सहित अपनी सुरक्षा क्षमता विकसित करने में उत्तर प्रदेश का सहयोग किया जा सके.

पढ़ें: गोरखपुर से वाराणसी हवाई सेवा पहली बार हुई शुरू, योगी ने कहा- प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा

एलिस ने कहा कि वे यूके और उत्तर प्रदेश के बीच अनुसंधान संबंधों की शक्ति को भी उजागर करना चाहते हैं. यूके रिसर्च एंड इनोवेशन (यूकेआरआई) ने पिछले 12 वर्षों में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थानों में 4.3 मिलियन पाउंड से अधिक का वित्त पोषण किया है. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स आपसी आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ाने के लिए डिजिटल उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र पर आईआईटी कानपुर के साथ सहयोग कर रहा है. अपने पत्र के आखिर में एलिस ने मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की जनता को आने वाले 5 वर्षों के लिए शुभकामनाएं भी दी है.

लखनऊ: भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ब्रिटिश सरकार की ओर से प्रदेश का दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर पत्र लिखकर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने की भी इच्छा जाहिर की. ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने अपने पत्र में इस बात उल्लेख किया है कि वर्ष 2021 में भारत और यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्रियों के बीच आपसी संबंधों के मद्देनजर हुई सहमति के 10 वर्ष के रोड मैप के अनुसार यूनाइटेड किंगडम उत्तर प्रदेश के लिए एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय साझेदार बनना चाहता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके बीच हुई पिछली मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश और यूनाइटेड किंगडम के मध्य व्यापार और निवेश बढ़ाने के संबंध में जो विचार-विमर्श हुआ था, उस पर वे कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

पिछली बैठक के बाद से कई एजेंडा मदों पर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. ब्रिटिश काउंसिलिंग के नए 'गोइंग ग्लोबल पार्टनरशिप एक्सप्लोरेटरी ग्रांट्स' (Going Global Partnerships Grant) के अंतर्गत शिक्षा पर यूके के तीन संस्थानों ने नोएडा में एमिटी विश्वविद्यालय (Amity University) के साथ एक सहयोग किया है, ताकि विजेताओं को यूपी और यूनाइटेड किंगडम के विश्वविद्यालयों के बीच अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा और शिक्षण सहयोग के लिए मजबूत रणनीतियों को विकसित करने में मदद मिल सके.

ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि ब्रिटिश काउंसिल की ओर से प्रदान किए गए 'दोस्तों के साथ अंग्रेजी सीखें' डिजिटल लर्निंग संसाधनों के माध्यम से 750 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की छात्राओं ने सामयिक शब्दावली सीखी है और संवादात्मक अंग्रेजी में अपनी क्षमता विकसित करने वाले सरल संवादों और वाक्यांशों का उपयोग करके तुंरत इसका अभ्यास किया है. एलिस ने कहा कि दक्षिण एशिया के लिए यूके सरकार के व्यापार आयुक्त एलेन गेमेल और भारत में ब्रिटेन की उप उच्चायुक्त जैन थॉम्पसन उत्तर प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ परिचयात्मक बैठकों के लिए शीघ्र ही लखनऊ आएंगे.

प्रदेश में पहले से ही कई ब्रिटिश कंपनियां अपना निवेश कर चुकी हैं, जिनमें वेबले एंड स्कॉट (Webley & Scott) शामिल है. इस कंपनी का संयंत्र हरदोई में स्थापित किया गया है और इसमें 55 लोगों को नौकरियां मिली हैं. कंपनी अगले 12 महीनों में एक नया कारखाना स्थापित करने की योजना बना रही है. जिसके माध्यम से 150 लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रदेश में निवेश करने वाली अन्य ब्रिटिश कम्पनियों में ट्रिनिटी नैचुरल गैस, हिन्दुस्तान यूनीलीवर (Hindustan Unilever), एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड्स शामिल हैं.

ब्रिटिश उच्चायुक्त ने अपने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि मेरठ में हाल ही में शुरू की गई मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (major dhyan chand sports university) का वे स्वागत करते हैं. इसके माध्यम से खेलों में और सहयोग के अवसर को देखा जा सकता है. इसमें सर्वोत्तम खेल सफलता प्रदान करने के लिए तंत्र और संरचनाओं में यूके की विशेषज्ञता साझा करना शामिल हो सकता है. वहीं, सुरक्षा और पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने कहा कि सितंबर, 2021 में 'उत्तर प्रदेश-यूनाइटेड उद्योग पुलिस आधुनिकीकरण संगोष्ठी' के पश्चात इस संबंध में आगे कार्य किया जा सकता है. ताकि आधुनिक साक्ष्य संग्रह, फॉरेंसिक और साइबर सहित अपनी सुरक्षा क्षमता विकसित करने में उत्तर प्रदेश का सहयोग किया जा सके.

पढ़ें: गोरखपुर से वाराणसी हवाई सेवा पहली बार हुई शुरू, योगी ने कहा- प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा

एलिस ने कहा कि वे यूके और उत्तर प्रदेश के बीच अनुसंधान संबंधों की शक्ति को भी उजागर करना चाहते हैं. यूके रिसर्च एंड इनोवेशन (यूकेआरआई) ने पिछले 12 वर्षों में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थानों में 4.3 मिलियन पाउंड से अधिक का वित्त पोषण किया है. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स आपसी आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ाने के लिए डिजिटल उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र पर आईआईटी कानपुर के साथ सहयोग कर रहा है. अपने पत्र के आखिर में एलिस ने मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की जनता को आने वाले 5 वर्षों के लिए शुभकामनाएं भी दी है.

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