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Terrorist Operations In Kashmir: आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में 100 कोबरा कमांडो तैनात - केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल

जम्मू-कश्मीर के कोकेरनाग में हुई आतंकी मुठभेड़ के बाद अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने भविष्य के हमलो से निपटने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कोबरा कमांडो को तैनात किया गया है. पढ़ें इसे लेकर ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट...

cobra commando
कोबरा कमांडो
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 27, 2023, 7:36 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने भविष्य में कोकेरनाग जैसे हमलों को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों की सहायता के लिए कश्मीर में 100 विशेष रूप से प्रशिक्षित कोबरा कमांडो को तैनात किया है. सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि कोबरा कमांडो पहाड़ और घने जंगल से होने वाले आतंकवादी हमलों से निपटने में अन्य सुरक्षा बलों की सहायता करेंगे.

अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि कोबरा कमांडो अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद करेंगे. जरूरत पड़ी तो कोबरा कमांडो आतंकियों के खिलाफ आक्रामक अभियान भी चलाएंगे. सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन को विशेष रूप से जंगल और गुरिल्ला युद्ध में प्रशिक्षित किया जाता है. इनका प्रयोग अधिकतर नक्सलियों से मुकाबला करने के लिए किया जाता है.

जंगल से सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की रणनीतियों में बदलाव के बाद सरकार ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सहायता के लिए कोबरा कमांडो को तैनात करने का निर्णय लिया है. अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के घने जंगल में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा किए गए ऐसे ही एक हमले में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट की जान चली गई है.

मणिपुर के हालात का जिक्र करते हुए अधिकारी ने माना कि हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं. अधिकारी ने खुलासा किया कि मणिपुर में एक जिले में एक बल की नीति अपनाई जाएगी. सरकार खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर रणनीति को अंतिम रूप दे रही है. वर्तमान में सीआरपीएफ, बीएसएफ, असम राइफल्स, सेना और राज्य पुलिस राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति देख रहे हैं.

अधिकारी ने कहा कि इसके लागू होने पर एक जिले के लिए एक सुरक्षा एजेंसी तैनात की जाएगी. अधिकारी ने जम्मू-कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में फिलहाल कम से कम 111 सक्रिय आतंकवादी मौजूद हैं. अधिकारी ने कहा कि अर्धसैनिक बलों ने संवेदनशील राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान और गश्त तेज कर दी है.

अधिकारी ने कहा कि आज की तारीख में जम्मू-कश्मीर में 111 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनमें 71 विदेशी आतंकवादी और 40 स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि 2022 में क्षेत्र में 55 स्थानीय आतंकवादियों और 82 विदेशी आतंकवादियों सहित 137 आतंकवादी सक्रिय थे. ऑपरेशन की जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा कि 2023 में अब तक 9 स्थानीय आतंकवादियों और 38 विदेशी आतंकवादियों सहित 47 आतंकवादियों को मार गिराया गया है.

अधिकारी ने कहा कि 2022 में 130 स्थानीय आतंकवादियों और 57 विदेशी आतंकवादियों सहित कुल 187 आतंकवादियों को मार गिराया गया. उन्होंने कहा कि 2022 में 373 की तुलना में 2023 में 204 आतंकवादी पकड़े गए.

नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने भविष्य में कोकेरनाग जैसे हमलों को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों की सहायता के लिए कश्मीर में 100 विशेष रूप से प्रशिक्षित कोबरा कमांडो को तैनात किया है. सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि कोबरा कमांडो पहाड़ और घने जंगल से होने वाले आतंकवादी हमलों से निपटने में अन्य सुरक्षा बलों की सहायता करेंगे.

अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि कोबरा कमांडो अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद करेंगे. जरूरत पड़ी तो कोबरा कमांडो आतंकियों के खिलाफ आक्रामक अभियान भी चलाएंगे. सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन को विशेष रूप से जंगल और गुरिल्ला युद्ध में प्रशिक्षित किया जाता है. इनका प्रयोग अधिकतर नक्सलियों से मुकाबला करने के लिए किया जाता है.

जंगल से सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की रणनीतियों में बदलाव के बाद सरकार ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सहायता के लिए कोबरा कमांडो को तैनात करने का निर्णय लिया है. अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के घने जंगल में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा किए गए ऐसे ही एक हमले में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट की जान चली गई है.

मणिपुर के हालात का जिक्र करते हुए अधिकारी ने माना कि हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं. अधिकारी ने खुलासा किया कि मणिपुर में एक जिले में एक बल की नीति अपनाई जाएगी. सरकार खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर रणनीति को अंतिम रूप दे रही है. वर्तमान में सीआरपीएफ, बीएसएफ, असम राइफल्स, सेना और राज्य पुलिस राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति देख रहे हैं.

अधिकारी ने कहा कि इसके लागू होने पर एक जिले के लिए एक सुरक्षा एजेंसी तैनात की जाएगी. अधिकारी ने जम्मू-कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में फिलहाल कम से कम 111 सक्रिय आतंकवादी मौजूद हैं. अधिकारी ने कहा कि अर्धसैनिक बलों ने संवेदनशील राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान और गश्त तेज कर दी है.

अधिकारी ने कहा कि आज की तारीख में जम्मू-कश्मीर में 111 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनमें 71 विदेशी आतंकवादी और 40 स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि 2022 में क्षेत्र में 55 स्थानीय आतंकवादियों और 82 विदेशी आतंकवादियों सहित 137 आतंकवादी सक्रिय थे. ऑपरेशन की जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा कि 2023 में अब तक 9 स्थानीय आतंकवादियों और 38 विदेशी आतंकवादियों सहित 47 आतंकवादियों को मार गिराया गया है.

अधिकारी ने कहा कि 2022 में 130 स्थानीय आतंकवादियों और 57 विदेशी आतंकवादियों सहित कुल 187 आतंकवादियों को मार गिराया गया. उन्होंने कहा कि 2022 में 373 की तुलना में 2023 में 204 आतंकवादी पकड़े गए.

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