राजौरी : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सोमवार को एक बार फिर से धमाका हुआ है, जिसमें एक बच्चे और 40 साल की महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं, छह लोग घायल होने की खबर मिली है. बच्चे की घटनास्थल पर मौत हुई है, जबकि महिला ने अस्पताल में दम तोड़ा. तीन और लोगों को सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. ये धमाका जिले के डांगरी गांव के उसी घर में हुआ है, जहां रविवार की शाम को हुआ था. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटनास्थल पर सुरक्षाबल पहुंचकर पूरे इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि रविवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने एक समुदाय विशेष के लोगों के तीन मकानों पर गोलीबारी की थी. अधिकारियों ने बताया कि घटना में चार लोग मारे गए हैं, जबकि छह अन्य घायल हो गए हैं.
एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा, "आज धमाका उस जगह हुआ, जहां कल धमाका हो चुका था. इस धमाके में एक बच्चे की चोट लगने से मौत हो गई है. घटनास्थल पर एक और संदिग्ध आईईडी देखा गया, जिसे निष्क्रिय किया जा रहा है." उन्होंने कहा, "घायलों की संख्या बढ़कर सात हो गई है. ऐसा लगता है कि आईईडी को बोरे के नीचे रखा गया था. दो आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली है. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और तलाश अभियान जारी है."
एलजी ने की मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को राजौरी जिले के डांगरी गांव में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और मारे गए प्रत्येक नागरिक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. एलजी के कार्यालय ने ट्वीट किया, 'मैं राजौरी में कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं उन्हें सख्त सजा मिलेगी. मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.' उन्होंने आगे ट्वीट किया, 'नृशंस हमले में शहीद हुए प्रत्येक नागरिक के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी. गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे. अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.'
गौरतलब है कि घाटी के मुकाबले बेहद शांत रहने वाले जम्मू क्षेत्र में पिछले कई वर्षों में यह पहला ऐसा हमला है और वह भी नये साल के पहले दिन हुआ है. जम्मू जोन के अवर पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने संयुक्त रूप से विस्तृत घेराबंदी की है और तलाशी अभियान चलाया है, ताकि अपर डांगरी गांव में हुई गोलीबारी में लिप्त दो 'हथियारबंद लोगों' को पकड़ा जा सके. राजौरी के ऊपरी डांगरी गांव में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान जारी है.
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान सतीश कुमार (45), दीपक कुमार (23), प्रीतम लाल (57) और शिशुपाल (32) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि घायलों की पहचान पवन कुमार (38), रोहित पंडित (27), सरोज बाला (35), रिदम शर्मा (17) और पवन कुमार (32) के रूप में हुई है. सरकारी मेडिकल कॉलेज, राजौरी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर महमूद ने गोलीबारी की घटना में चार लोगों के मरने की पुष्टि की है. डांगरी के सरपंच धीरज कुमार ने बताया कि शाम करीब सात बजे गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी और बाद में 'आतंकवादियों द्वारा गोलियां चलाए जाने की सूचना मुझे फोन पर मिली.'
उधर, ऊपरी डांगरी गांव में नागरिकों की हत्या को लेकर राजौरी के डांगरी के मेन चौक पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. एक स्थानीय ने कहा, "हमारी मांग है कि एलजी मनोज सिन्हा यहां आएं और हमारी मांगों को सुनें."
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