तिरुवनंतपुरम: केरल में बुखार पीड़ितों और बुखार से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है. गुरुवार सुबह बुखार से एक महिला की मौत हो गई. कासरगोड जिले के चेम्मानाड की मूल निवासी अश्वथी (28) की बुखार के कारण मृत्यु हो गई. मैंगलोर के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उसका छह साल का एक बच्चा है. गुरुवार सुबह मौत की पुष्टि हुई. मंगलवार को उनका बुखार बढ़ गया और उन्हें विशेषज्ञ उपचार के लिए मैंगलोर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया.
कासरगोड में 619 लोगों ने बुखार के इलाज की मांग की है. उनमें से एक को रैट फीवर का पता चला है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 27 जून को राज्य में 12,776 लोगों को बुखार होने की पुष्टि हुई. इनमें से 254 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 138 लोगों में डेंगू बुखार पाया गया है. तेरह लोगों को रैट फीवर और चार लोगों में एच1एन1 बुखार का पता चला. तिरुवनंतपुरम जिले में 1,049 लोगों को बुखार के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इसके अलावा कोल्लम में 853, पथानामथिट्टा में 373, इडुक्की में 517, कोट्टायम में 530, अलाप्पुझा में 740, एर्नाकुलम में 1152, त्रिशूर में 445, पलक्कड़ में 907, मलप्पुरम में 2,201, कोझिकोड में 1,353, वायनाड में 616, कन्नूर में 1,187 और कासरगोड में 853 मरीज दर्ज किए गए हैं. इस बीच, बीते दिन ही बुखार से चार साल की बच्ची समेत पांच लोगों की मौत हो गई.
ध्यान देने वाली बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने बकरीद की छुट्टियों के कारण राज्य में बुखार के ताजा आंकड़े जारी नहीं किये हैं. अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि विस्तृत आंकड़े 30 जून को प्रकाशित किए जाएंगे. 27 जून को, स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट ने बुखार का इलाज चाहने वालों के आखिरी आंकड़े प्रकाशित किए.
प्रदेश में बुखार के मरीजों की संख्या 15,000 के पार होने और डेंगू बुखार से मरने वालों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है. केरल में डेंगू बुखार, चिकनगुनिया, एच1एन1 और रैट फीवर बढ़ रहे हैं. स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक सरकारी अस्पताल में फीवर क्लीनिक, डॉक्सी कॉर्नर और ओआरएस कॉर्नर संचालित कर रहा है.