नई दिल्ली/श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के बाहर अपना पहला अभियान चलाते हुए नवगठित राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने आतंकवाद का वित्त पोषण (Terror funding case) करने के मामले में रविवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में छापेमारी की. अधिकारियों ने बताया कि एसआईए की टीम ने दिल्ली में तीन, हरियाणा के फरीदाबाद में एक और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में दो जगहों पर छापेमारी की. जांच एजेंसी के दलों को दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने सहायता प्रदान की. तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण, सिम कार्ड, मोबाइल फोन और दस्तावेज जैसी संदिग्ध सामग्री बरामद की गई.
जिन लोगों यहां छापेमारी की गई है उनमें कुछ वकील भी शामिल हैं, जिन्हें जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी और अलगाववादी नेटवर्क को बनाए रखने के लिए पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा आतंकी समूह से कथित रूप से धन प्राप्त हुआ था. एसआईए (Jammu-Kashmir State Investigation Agency) ने हाल में श्रीनगर में भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. अधिकारियों के अनुसार, यह पता चला है कि लश्कर-ए-तैयबा धन जुटा रहा था और भारत भेज रहा था.
तकनीकी साक्ष्य और बैंकिंग लेनदेन से दिल्ली में तीन लोगों, फरीदाबाद में एक व्यक्ति और अनंतनाग में दो व्यक्तियों की पहचान स्थापित की है, जो कथित तौर पर साजिश में शामिल थे. अधिकारियों ने दावा किया कि तकनीकी सबूतों ने 'इस बात की पुष्टि की है कि वे पाकिस्तान स्थित सरगना के लगातार संपर्क में थे.'
जम्मू-कश्मीर राज्य जांच एजेंसी ने टेरर फंडिंग मामले में हरियाणा के फरीदाबाद जिले में सूरजकुंड थाना क्षेत्र के दुर्गा विहार में छापेमारी की. एसआईए ने फरीदाबाद पुलिस के साथ मिलकर शिव दुर्गा विहार इलाके में रहने वाले शख्स के घर तलाशी अभियान चलाया और जांच पड़ताल की. बताया जा रहा है कि जिसके यहां छापेमारी हुई है वो पेशे से वकील है.
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सूरजकुंड थाना प्रभारी सोहन पाल ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस किसी जांच के मामले में आई थी, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. करीब 2 से ढाई घंटे तक वकील के घर जांच पड़ताल की गई. थाना प्रभारी सोहन पाल ने बताया कि एसआईए छापेमारी के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर अपने साथ ले गई है. दरअसल फरवरी 2022 में जम्मू एंड कश्मीर पुलिस ने अपने इलाके में जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े अंडर ग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया था. जिससे मिली इनपुट के आधार पर जांच एजेंसी ने फरीदाबाद में छापेमारी की है.