सिलचर : असम पुलिस मिजोरम के साथ लगती अंतरराज्यीय सीमा पर दो स्थानों पर डेरा डाल रही है और पड़ोसी राज्य के लोगों द्वारा हमला किए जाने के डर से किसी निवासी ने अपना घर नहीं छोड़ा है. दोनों पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर जारी तनाव के बीच एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
कछार के पुलिस अधीक्षक निंबालकर वैभव चंद्रकांत ने बताया कि पुलिस की टीम खुलिचेरा और ढोलाखाल में डेरा डाल रही है. उन्होंने कहा, 'हमारे पुलिस बल वहां सीमा पर डेरा डाले हुए हैं और हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं. डर के मारे नागरिकों के घर छोड़ने की कोई घटना नहीं हुई है और हमने मामले की जांच कर ली है.'
उन्होंने कहा कि खुलिचेरा क्षेत्र ढोलई थाने के तहत आता है और वहां वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं.
चंद्रकांत ने कहा, 'असम पुलिस और मिजोरम पुलिस दोनों बल वहां डेरा डाले हुए हैं. इसके फलस्वरूप कुछ लोग वहां से चले गए हैं, लेकिन वे मिजो बलों से किसी खतरे के कारण नहीं गए हैं... पुलिसकर्मी उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं. हम असम के नागरिकों की संपत्ति और लोगों की रक्षा के लिए वहां हैं... हम अपनी सीमा की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं.'
अधिकारी ने गुरुवार को कहा था कि मुस्लिम समुदाय के कुछ दिहाड़ी श्रमिक मिजोरम के स्वामित्व वाले क्षेत्रों में काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वे असम के निवासी हैं क्योंकि उनके नाम कछार की मतदाता सूची में हैं. उन्होंने कहा, '... ईद त्यौहार के कारण कुछ लोग अपने कार्यस्थल से अपना सामान लेकर लौट रहे थे. मीडिया के एक हिस्से में खबर आई कि पड़ोसी राज्य के निवासियों द्वारा हमला किए जाने की आशंका से लोग अपने घर छोड़ रहे हैं. ऐसा नहीं हुआ.'
उन्होंने कहा, 'संभव है कि कुछ लोगों ने जगह छोड़ दी हो, लेकिन यह उनका निजी फैसला था.' कछार की उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने बुधवार को सीमा का दौरा कर लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की थी.
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(पीटीआई)