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जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए इंसान के खोजे 10 नए तरीके

टरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पृथ्वी की औसत सतह का तापमान, साल 2030 तक 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा. ऐसे में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचने के लिए मनुष्य कई तरीके निकाल चुकी है. जानिए, इंसानों द्वारा अपनाए गए 10 तरीकों के बारे में...

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Published : Aug 20, 2021, 9:44 PM IST

आईपीसीसी रिपोर्ट
आईपीसीसी रिपोर्ट

हैदराबाद : दुनियाभर में ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ रही है. इसके लिए साफतौर पर इंसान जिम्मेदार है. इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पृथ्वी का औसत सतह तापमान साल 2030 तक 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा. इस बीच जलवायु परिवर्तन निपटने के लिए इंसान ने कई तरीके निकाले हैं. आईए जानते हैं इंसानों द्वारा अपनाए गए इन 10 तरीकों के बारे में...

1. पोकेमोन-स्टाइल एप : यह एक इंडोनेशियाई क्राउडसोर्सिंग एप हो, जो पोकेमॉन गो-टाइप गेम बनाकर अपने उपयोगकर्ताओं की प्रतिस्पर्धात्मक भावना का दोहन कर रहा है, ताकि विशाल द्वीपसमूह में भूमि को मैप करने और जंगलों और स्वदेशी लोगों की रक्षा करने में मदद मिल सके.

2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence-AI) और डिजिटल टूल्स का अधिकतम उपयोग जलवायु आपात स्थितियों के प्रभावों की भविष्यवाणी के लिए किया जा रहा है. इस तकनीक का इस्तेमाल जापान में प्राकृतिक आपदा से सतर्क करने, अमेजन में वनों की कटाई पर नजर रखने, और चीन में हरित और स्मार्ट शहरों की डिजाइन करने के लिए किया जा रहा है.

3. जांजीबार में महिला किसानों की फ्लोटिंग स्पंज की खेती : स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने तंजानिया द्वीप पर पिछले एक साल में मछली भंडारण में कमी देखी है. इसलिए अब जांजीबारी की महिला किसान प्राकृतिक स्पंज की खेती के विषय में जानकारी ले रही हैं, जिससे वह जलवायु में अचानक होने वाले परिवर्तन के लिए तैयार रहें और अपने आय की रक्षा कर सकें.

4. पवन चालित मालवाहक जहाज : कोयले से चलने वाला प्रथम स्टीमशिप के अटलांटिक महासागर पार करने के दो सदियों के बाद स्वीडिश कंपनी ने हवा से चलने वाला मालवाहक जहाज तैयार किया है. यह जहाज जीवाश्म ईंधन युग संपन्न और जलवायु परिवर्तन को सीमित करने में मदद करेगा.

5. स्मार्ट सोलर पंप : हाई-टेक सोलर पंप पूरे अफ्रीका में भूमिगत मीठे पानी के जलाशयों की मैपिंग कर डेटा एकत्र कर रहे हैं, जिससे उन्हें सूखने से रोका जा सके. केन्या और युगांडा सहित 15 अफ्रीकी देशों में हजारों छोटे किसान सौर पंपों का उपयोग डीजल और गैसोलीन चलाते हैं, जो कि स्वच्छ और सस्ते होते हैं.

6. गोट एंड शिप फायर ब्रिगेड : जंगलों में अक्सर लगने वाली आग को रोकने के लिए कुछ यूरोपीय किसान एक पुरानी कृषि पद्धति को बढ़ावा दे रहे हैं. जंगल की आग को सीमित क्षेत्र तक रोकने के लिए भेड़ और बकरियों को घने जंगलों में चराने के लिए छोड़ दिया जाता है.

7. आगजनी की बेहतर भविष्यवाणी के लिए तकनीक का उपयोग कर रहे अग्निशामक : चूंकि संयुक्त राज्य अमेरिका हमेशा से जंगल में आग की समस्या से जूझता आया है, इसलिए अग्निशामक अब तकनीकी ज्ञान लेने और सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करने लगे हैं, जिससे समय से पहले उन्हें आगजनी का पता चल सके.

8. गर्मी से राहत देने वाला भारतीय महिलाओं की कारीगरी : एस्बेस्टस पर सफेद रंग का रोगन किया जाता है, जिससे अत्यधिक गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है. यह एक साधारण उपाय है जिसे आजकल भारतीय झुग्गी-झोपड़ियों में महिलाएं अपने घर के एस्बेस्टस पर अपनी कारीगरी दिखा रही हैं.

9. हाई-टेक लचीला सूत से बिजली उत्पादन : ग्रीन-माइंडेड वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने लचीले सूत का विकास किया है. यह सूत कार्बन नैनोट्यूब. यह सूत कार्बन एटॉम्स के छोटे स्ट्रैंड्स से बने होते हैं, जो बाल से 10,000 गुना छोटे होते हैं. इस सूत के जरिये प्राकृतिक स्रोतों से बिजली उत्पन्न किया जा सकता है.

10. जलवायु लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हरित परिवहन को अपना रही बोगोटा की जनता : कोलंबिया की राजधानी 2050 तक नेट-शून्य का लक्ष्य रखी है. इसलिए यह अपनी जनता से बदलाव संबंधी परामर्श मांग रही है. साथ ही, अधिक बाइक लेन बनाने तथा इलेक्ट्रिक बसों और केबल कारों को बाजार में उतारने की योजना है.

हैदराबाद : दुनियाभर में ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ रही है. इसके लिए साफतौर पर इंसान जिम्मेदार है. इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पृथ्वी का औसत सतह तापमान साल 2030 तक 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा. इस बीच जलवायु परिवर्तन निपटने के लिए इंसान ने कई तरीके निकाले हैं. आईए जानते हैं इंसानों द्वारा अपनाए गए इन 10 तरीकों के बारे में...

1. पोकेमोन-स्टाइल एप : यह एक इंडोनेशियाई क्राउडसोर्सिंग एप हो, जो पोकेमॉन गो-टाइप गेम बनाकर अपने उपयोगकर्ताओं की प्रतिस्पर्धात्मक भावना का दोहन कर रहा है, ताकि विशाल द्वीपसमूह में भूमि को मैप करने और जंगलों और स्वदेशी लोगों की रक्षा करने में मदद मिल सके.

2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence-AI) और डिजिटल टूल्स का अधिकतम उपयोग जलवायु आपात स्थितियों के प्रभावों की भविष्यवाणी के लिए किया जा रहा है. इस तकनीक का इस्तेमाल जापान में प्राकृतिक आपदा से सतर्क करने, अमेजन में वनों की कटाई पर नजर रखने, और चीन में हरित और स्मार्ट शहरों की डिजाइन करने के लिए किया जा रहा है.

3. जांजीबार में महिला किसानों की फ्लोटिंग स्पंज की खेती : स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने तंजानिया द्वीप पर पिछले एक साल में मछली भंडारण में कमी देखी है. इसलिए अब जांजीबारी की महिला किसान प्राकृतिक स्पंज की खेती के विषय में जानकारी ले रही हैं, जिससे वह जलवायु में अचानक होने वाले परिवर्तन के लिए तैयार रहें और अपने आय की रक्षा कर सकें.

4. पवन चालित मालवाहक जहाज : कोयले से चलने वाला प्रथम स्टीमशिप के अटलांटिक महासागर पार करने के दो सदियों के बाद स्वीडिश कंपनी ने हवा से चलने वाला मालवाहक जहाज तैयार किया है. यह जहाज जीवाश्म ईंधन युग संपन्न और जलवायु परिवर्तन को सीमित करने में मदद करेगा.

5. स्मार्ट सोलर पंप : हाई-टेक सोलर पंप पूरे अफ्रीका में भूमिगत मीठे पानी के जलाशयों की मैपिंग कर डेटा एकत्र कर रहे हैं, जिससे उन्हें सूखने से रोका जा सके. केन्या और युगांडा सहित 15 अफ्रीकी देशों में हजारों छोटे किसान सौर पंपों का उपयोग डीजल और गैसोलीन चलाते हैं, जो कि स्वच्छ और सस्ते होते हैं.

6. गोट एंड शिप फायर ब्रिगेड : जंगलों में अक्सर लगने वाली आग को रोकने के लिए कुछ यूरोपीय किसान एक पुरानी कृषि पद्धति को बढ़ावा दे रहे हैं. जंगल की आग को सीमित क्षेत्र तक रोकने के लिए भेड़ और बकरियों को घने जंगलों में चराने के लिए छोड़ दिया जाता है.

7. आगजनी की बेहतर भविष्यवाणी के लिए तकनीक का उपयोग कर रहे अग्निशामक : चूंकि संयुक्त राज्य अमेरिका हमेशा से जंगल में आग की समस्या से जूझता आया है, इसलिए अग्निशामक अब तकनीकी ज्ञान लेने और सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करने लगे हैं, जिससे समय से पहले उन्हें आगजनी का पता चल सके.

8. गर्मी से राहत देने वाला भारतीय महिलाओं की कारीगरी : एस्बेस्टस पर सफेद रंग का रोगन किया जाता है, जिससे अत्यधिक गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है. यह एक साधारण उपाय है जिसे आजकल भारतीय झुग्गी-झोपड़ियों में महिलाएं अपने घर के एस्बेस्टस पर अपनी कारीगरी दिखा रही हैं.

9. हाई-टेक लचीला सूत से बिजली उत्पादन : ग्रीन-माइंडेड वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने लचीले सूत का विकास किया है. यह सूत कार्बन नैनोट्यूब. यह सूत कार्बन एटॉम्स के छोटे स्ट्रैंड्स से बने होते हैं, जो बाल से 10,000 गुना छोटे होते हैं. इस सूत के जरिये प्राकृतिक स्रोतों से बिजली उत्पन्न किया जा सकता है.

10. जलवायु लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हरित परिवहन को अपना रही बोगोटा की जनता : कोलंबिया की राजधानी 2050 तक नेट-शून्य का लक्ष्य रखी है. इसलिए यह अपनी जनता से बदलाव संबंधी परामर्श मांग रही है. साथ ही, अधिक बाइक लेन बनाने तथा इलेक्ट्रिक बसों और केबल कारों को बाजार में उतारने की योजना है.

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