हैदराबाद : हैदराबाद के बंजारानगर के टेंपो चालक गजवेली श्रीनिवास (Gajvelli Srinivas) का मामला अब और उलझता जा रहा है. गजवेली श्रीनिवास पर्यटकों को हैदराबाद से गोवा (Took Tourists From The Hyderabad To Goa) ले गया था. और वहां से गंभीर रूप से घायल (Severe Injuries) होकर घर लौटा. उसका घायल होना एक रहस्य बन गया है. यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वास्तव में गोवा में क्या हुआ था. क्योंकि उसके सिर और पेट पर सर्जरी के बाद होने टांकों के निशान हैं. श्रीनिवास ने हैदराबाद निम्स में दो दिन तक इलाज कराया. इलाज का बिल नहीं भर पाने के कारण गुरुवार को वह अस्पताल से घर लौटे. गोवा के अंजुना थाने के सी तेजस के साथ तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को हैदराबाद पहुंची और मामले की जांच की.
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श्रीनिवास घाटकेसर में मणिकांता ट्रैवेल्स में ड्राइवर का काम करता है. 19 मार्च को 10 पर्यटकों के साथ गोवा गया था. वह उन्हें वहीं एक लॉज में छोड़ने के बाद वापस हैदराबाद नहीं लौटा. 6 अप्रैल को 17 दिन बाद जब वह घर लौटा तो परिवार सदमे में था. उसके सिर पर 52 और पेट पर 62 टांके लगे हुए थे. परिजनों को संदेह था कि वह अंग तस्करों के चंगुल में फंस गया होगा. हालांकि, निम्स के डॉक्टरों ने कहा है कि ऐसा नहीं लगता कि उनके शरीर का कोई अंग गायब है. लेकिन पूरे विश्वास से कुछ नहीं कहा जा सकती है. स्थानीय पार्षद व पूर्व GHMC डिप्टी मेयर एम.डी. बाबाफसीउद्दीन की मदद से उसका इलाज निम्स में करवाया. सवाल उठता है कि वह टांके लगाकर शहर में कैसे पहुंचा है. जिस दिन श्रीनिवास घर आए, उनकी जेब में हाफिजपेट से बोराबांडा रेलवे स्टेशन तक का एमएमटी का टिकट था.
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अंजुना थाने में श्रीनिवास के लापता होने का मामला दर्ज होने के बाद शुक्रवार को गोवा पुलिस की टीम पूछताछ के लिए शहर पहुंची. सीनियर नगर और पंजागुट्टा पुलिस के साथ निम्स अस्पताल गए और विवरण एकत्र किया. अस्पताल के आरएमओ ने पुलिस को बताया कि दो दिन इलाज कराने के बाद वह अस्पताल से चले गए थे. इलाज का बिल भी अभी तक भरा नहीं गया है. रात करीब आठ बजे गोवा पुलिस की एक टीम बोराबांडा बंजारा नगर स्थित श्रीनिवास के घर आई और परिजनों से जानकारी ली. गोवा अंजुना थाने के सी तेजस ने कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मामले की जांच की जाएगी.